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मध्यप्रदेश : अगर इन्हे टिकट मिला तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दी सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी, मचा हड़कंप
कटनी। कांग्रेस में टिकट को लेकर भोपाल से लेकर दिल्ली तक गहमागहमी का माहौल है। बीजेपी से कांग्रेस में शमिल हुईं पद्मा शुक्ला के विरोध में पार्टी के नेता ही उतर आए हैं। उनके विरोध में स्थानीय दावेदारों ने बाहरी प्रत्याशी होने का आरोप लगाकर टिकट नहीं देने की मांग की है। जिसे लेकर स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने पीसीसी चीफ कमलनाथ को एक पत्र भी लिखा है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर शुक्ला को टिकट दिया जाता है तो वह सामूहिक इस्तीफा दे देंगे।
दरअसल, कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने वादा किया था कि चुनाव के समय ऊपर से टपकने वाले 'पैराशूट' नेताओं को टिकट नहीं दिया जाएगा, लेकिन राहुल के इस वादे के बावजूद बीजेपी और अन्य दलों से आए नेताओं को प्रत्याशी बनाने की तैयारी है। हाल ही में बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आई पद्मा शुक्ला का विजयराघवगढ़ सीट से मंत्री संजय पाठक के खिलाफ चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। अन्य दलों से आए नेताओं को टिकट देने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का कहना है कि जीतने वाला प्रत्याशी होना चाहिए, चाहें फिर वो बीजेपी का ही क्यों न हो। इस सीट पर अब विरोध के सुर उने लगे हैं।
यह भी हुए कांग्रेस में शामिल
बुधनी विधानसभा क्षेत्र के किसान नेता अर्जुन आर्य कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं, खबर है कि कांग्रेस अर्जुन आर्य को बुधनी से सीएम शिवराज के खिलाफ चुनाव लड़ा सकती है। राहुल गांधी की दावे के बावजूद पार्टी में चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में शामिल होने वाले नेताओं को टिकट देना तय माना जा रहा है| ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि कांग्रेस को आखिर बार बार रणनीति क्यों बदलना पड़ रहा है| पार्टी में कई नेताओं को दूसरे दलों से टिकट देने के वादों के साथ लाया गया था। इनमें से होशंगाबाद गिरिजाशंकर शर्मा, रीवा क्षेत्र के पूर्व विधायक अभय मिश्रा, रतलाम क्षेत्र के पूर्व विधायक पारस सकलेचा और रतलाम से ही पंचायतीराज के नेता डीपी धाकड़ हैं। शर्मा और मिश्रा के परिवार वाले भाजपा में हैं। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व ने इन नेताओं को टिकट का वादा भी किया है। वहीं हाल ही में कांग्रेस में आई पद्मा शुक्ला को भी टिकट मिलना तय माना जा रहा है|