मध्यप्रदेश

बिसाहू बोले अब मंत्री बनूंगा; SHERA और RAMBAI ने फिर छोड़ा BHOPAL : MP NEWS

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:14 AM GMT
बिसाहू बोले अब मंत्री बनूंगा; SHERA और RAMBAI ने फिर छोड़ा BHOPAL : MP NEWS
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भोपाल. बेंगलुरू में बीते छह दिन से जमे तीन कांग्रेसी विधायकों में से एक बिसाहूलाल सिंह रविवार को भोपाल लौट आए। यहां आते ही उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की और इसके बाद कहा- मैं तो तीरथ करने गया था। मुझे किसी ने बंधक नहीं बनाया। मैं कांग्रेस में ही रहूंगा। जब मीडिया ने उनसे पूछा कि बेंगलुरू में आपके साथ विधायक हरदीप सिंह डंग और रघुराज कंसाना भी थे? तो बिसाहू चुप्पी साध गए। हालांकि गृह मंत्री बाला बच्चन ने दावा किया कि दोनों से संपर्क में हूं, वे जल्द भोपाल पहुंचेंगे। बिसाहू को बेंगलुरू से लाए मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल से जब मीडिया ने पूछा- बिसाहू बेंगलुरू में कहां मिले। उन्होंने कहा- वहीं मिले।

सरी ओर, शनिवार दोपहर भोपाल लौटने के बाद रात में दिल्ली गए निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा रविवार सुबह मुंबई चले गए। बसपा विधायक रामबाई भी दिल्ली चली गईं। उन्होंने इसकी वजह बेटी की तबीयत खराब होना बताया। इसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ भी दिल्ली पहुंच गए। वह सोमवार को पार्टी के आला नेताओं से प्रदेश के सियासी हालात पर चर्चा करेंगे। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल विस्तार की भूमिका रख सकते हैं। इधर, दिल्ली में ही भाजपा के आला नेताओं की बैठक रविवार को भी जारी रही।

बिसाहू बेंगलुरू से पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल के साथ इंदौर पहुंचे। यहां से गृहमंत्री बाला बच्चन के साथ वे सरकारी विमान से भोपाल पहुंचे और सीधे सीएम हाउस गए। उसी समय भोपाल आईजी एवं डीआईजी भी वहां पहुंच गए। अफसरों ने कहा कि इनके बयान लेने हैं। बेटे ने एफआईआर दर्ज कराई है। हालांकि बयान नहीं हुए।

पर्यटन मंत्री ने बिसाहू लाल के साथ फोटो पोस्ट की पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह ने एक सेल्फी पोस्ट की है, जिसमें वे बिसाहू लाल के साथ नजर आ रहे हैं। बिसाहू लाल सिंह ने कहा कि मैं कांग्रेस के साथ शुरू से था और हमेशा कांग्रेस के साथ ही रहूंगा। उन्होंने कहा कि कमलनाथ को उनका पूरा समर्थन है। बिसाहू लाल के बेटे तेज प्रताप ने शुक्रवार को भोपाल में पिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

फिलहाल सरकार खतरे से बाहर, भाजपा की राह मुश्किल भाजपा का प्लान तभी सफल हो सकता है, जब कांग्रेस के 8 विधायक इस्तीफा दें। निर्दलीयों के इस्तीफे से उसका काम नहीं बनने वाला। बिसाहूलाल सहित 8 विधायकों की वापसी से भाजपा के लिए सरकार बनाने की राह और मुश्किल हो गई है।

सीधी बात- बिसाहूलाल सिंह, विधायक सरकार को खतरा तो नहीं? हमारी तरफ से नहीं है, बाकी विधायकों का मैं क्या जानूं। उनसे पूछिए। आप नाराज क्यों थे? कारण मुख्यमंत्री को बता दिया है। 40 साल से विधायक हूं। मुझे मंत्री नहीं बनाया। मुख्यमंत्री से अब मिला हूं। उन्होंने मुझे मंत्री बनाने के लिए आश्वस्त किया है। दिग्विजय ने कहा है- आपको बंधक बनाकर दिल्ली से बेंगलुरू ले जाया गया? हमें ऐसी जानकारी नहीं है। दिग्विजय अपने सूत्रों के हिसाब से कह रहे होंगे।

भदौरिया का फोन बंद, इन्हीं के साथ हैं डंग और कंसाना दिल्ली में छठे दिन भी भाजपा के आला नेताओं की केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के निवास पर जारी रही। इसमें शिवराज सिंह चौहान, धर्मेंद्र प्रधान, राकेश सिंह आदि मौजूद रहे। कांग्रेस विधायक डंग और कंसाना के भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद भदौरिया के साथ होने की खबरें हैं। हालांकि जब भदौरिया से इस संबंध में बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन स्विच ऑफ मिला। इधर, ऑपरेशन लोटस से जुड़े नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बिसाहू तीरथ करने गए थे, लौट आए। अब वे लोग माफी मांगें, जो कह रहे थे कि भाजपा ने उन्हें बंधक बनाया है। कमलनाथ के पास जिन विधायकों के लिए दो मिनट का समय नहीं था। अब उनसे पूछ रहे हैं कि कोई काम हो तो बताओ।

दिग्विजय गुट के बिसाहू 5 बार कांग्रेस से विधायक बने बिसाहू लाल दिग्विजय सिंह गुट के माने जाते हैं। वे 1980 में पहली बार विधायक चुनकर आए थे। अभी तक वे 5 बार कांग्रेस के विधायक बने हैं। दिग्विजय सिंह सरकार में पीडब्‍ल्‍यूडी मंत्री, ऊर्जा मंत्री और आदिवासी विकास मंत्री रहे हैं। बताया जा रहा है कि वरिष्ठ होने के बाद भी मंत्री नहीं बनाए जाने से कमलनाथ से नाराज चल रहे हैं।

हमारे पास भी भाजपा के बहुत सारे विधायक हैं। राज्य सभा के लिए हमने प्रियंका गांधी को न्योता भेजा है। उनके आते ही सभी मसले हल हो जाएंगे।
सज्जन सिंह वर्मा, लोक निर्माण मंत्री

मध्य प्रदेश में सियासी ड्रामे के 5 दिन

  • 3 मार्च: सुबह दिग्विजय सिंह के ट्वीट कर भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लगाए और कहा कि कांग्रेस विधायकों को दिल्ली ले जाया गया। शाम को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह दिल्ली पहुंचे। कांग्रेस ने देर रात दावा किया कि भाजपा ने कांग्रेस के 6, बसपा के 2 और एक निर्दलीय विधायक को गुड़गांव के आईटीसी मराठा होटल में बंधक बनाया। भोपाल से मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह को दिल्ली भेजा गया।
  • 4 मार्च: इस दिन दोपहर को सपा के राजेश शुक्ला (बब्लू), बसपा के संजीव सिंह कुशवाह, कांग्रेस के ऐंदल सिंह कंसाना, रणवीर जाटव, कमलेश जाटव और बसपा से निष्कासित राम बाई भोपाल पहुंचीं। कांग्रेस के बिसाहूलाल, हरदीप सिंह डंग, रघुराज कंसाना और निर्दलीय सुरेंद्र सिंह शेरा की लोकेशन नहीं मिल रही थी। दिग्विजय ने फिर आरोप लगाया कि भाजपा ने 4 विधायकों को जबरन गुड़गांव से बेंगलुरु शिफ्ट किया है।
  • 5 मार्च: कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग ने विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेज दिया। कांग्रेस के एक अन्य लापता विधायक बिसाहूलाल सिंह के बेटे ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भोपाल के टीटी नगर थाने में दर्ज कराई।
  • 6 मार्च: कमलनाथ ने कैबिनेट की बैठक ली, सभी विधायकों को भोपाल बुलाया। दिल्ली में तोमर के घर भाजपा नेताओं की बैठक जारी। भाजपा विधायक पीएल तंतुवाय के गायब होने की खबरें आईं। दोपहर में वे सामने आए और कहा- मेरा फोन बंद था, गायब नहीं हुआ।
  • 7 मार्च: मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कवि हरिवंशराय बच्चन की कविता ‘अग्निपथ’ ट्वीट की है। इसके बाद उन्होंने प्रदेशवासियों के नाम पत्र जारी कर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने लिखा- ‘मैं यह कभी कल्पना भी नहीं कर सकता था कि सत्ता की लोलुपता भाजपा के नेताओं को इस कदर नैतिक पतन की ओर ले जाएगी कि वे प्रदेश के नागरिकों के प्रजातंत्रीय निर्णय की ही सौदेबाजी करने लगेंगे।’
  • 7 मार्च: निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा शनिवार को भोपाल लौटे। सीएम हाउस में मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद शेरा ने कहा कि कमलनाथ राम हैं तो मैं उनका हनुमान हूं। सरकार में उन्हें जल्द बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी। देर शाम शेरा फिर दिल्ली चले गए। रविवार दोपहर शेरा मुंबई पहुंच गए।
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