मध्यप्रदेश

सीधी बस हादसे का जिम्मेदार प्रशासन और सजा हमें मिल रही है, 26-27 को नहीं चलेंगी बसें : बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन

Aaryan Dwivedi
23 Feb 2021 8:02 PM GMT
सीधी बस हादसे का जिम्मेदार प्रशासन और सजा हमें मिल रही है, 26-27 को नहीं चलेंगी बसें : बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन
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भोपाल. भोपाल में बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन (Bus Operators Association) की बैठक संपन्न हुई है. इस बैठक में बस संचालकों ने शासन प्रशासन की कार्यप्रणाली से लेकर सीधी बस हादसे के मुद्दे तक में सरकार को घेरा है. एसोसिएशन ने 26 एवं 27 फरवरी को भोपाल, सागर और इंदौर संभागों में बसों के हड़ताल की घोषणा की है. एसोसिएशन ने कहा है कि सीधी बस हादसे (Sidhi Bus Accident) की सजा हमें दी जा रही है जबकि इस हादसे के पीछे प्रशासन जिम्मेदार है. प्रशासन अपनी गलती छिपाने के लिए हमें निशाना बना रहा है. 

भोपाल. भोपाल में बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन (Bus Operators Association) की बैठक संपन्न हुई है. इस बैठक में बस संचालकों ने शासन प्रशासन की कार्यप्रणाली से लेकर सीधी बस हादसे के मुद्दे तक में सरकार को घेरा है. एसोसिएशन ने 26 एवं 27 फरवरी को भोपाल, सागर और इंदौर संभागों में बसों के हड़ताल की घोषणा की है. एसोसिएशन ने कहा है कि सीधी बस हादसे (Sidhi Bus Accident) की सजा हमें दी जा रही है जबकि इस हादसे के पीछे प्रशासन जिम्मेदार है. प्रशासन अपनी गलती छिपाने के लिए हमें निशाना बना रहा है.

बस ऑपरेटर एसोसिएशन ने चालान की कार्रवाई के विरोध के साथ साथ तीन साल से किराया वृद्धि नहीं होने का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि सरकार बस व्यवसाय में हो रहे नुकसान की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है. गौरतलब है कि सीधी में यात्रियों से भरी बस के नहर में गिरने से 54 यात्रियों की मौत हो गई थी. इसके बाद सरकार ने बसों की जांच का अभियान शुरू किया था.

बैठक में कहा- सीधी बस हादसे के लिए प्रशासन जिम्मेदार

बस संचालकों का कहना है कि सीधी बस हादसा (Sidhi Bus Accident) पूरी तरह सतना और सीधी के जिला प्रशासन और पुलिस की अनदेखी का नतीजा था. यदि सतना में परीक्षा थी तो जिला कलेक्टर को मालूम होना चाहिए था कि इस मार्ग पर कितनी बसें संचालित हैं और आसपास के जिलों का एकमात्र सेंटर सतना है. इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए थी. दूसरा कारण यह था कि सीधी में एक सड़क बहुत खराब थी. इसके बाद भी वहां पुलिस की कोई व्यवस्था नहीं थी, जो ट्रैफिक को नियंत्रित कर सके.

3 साल से किराया वृद्धि नहीं कर रही सरकार

संचालकों ने कहा कि पिछले 6 महीने में तीन बार मुख्यमंत्री, परिवहन मंत्री और परिवहन विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन दिए. इसमें बताया गया कि डीजल की कीमत में लगातार वृद्धि हो रही है, लेकिन सरकार 3 साल से किराया वृद्धि नहीं कर रही है. डीजल की कीमत बढ़ने के साथ ही सभी ऑटो पार्ट्स टायर के अलावा अन्य खर्चे भी बढ़ जाते हैं. बस संचालकों ने कहा कि जब डीजल 60 रुपए प्रति लीटर था तब से किराया वृद्धि नहीं की गई है. अब डीजल 90 रुपए प्रति लीटर से अधिक हो गया है. ऐसे में बस संचालन घाटे का व्यवसाय हो गया है.

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