मध्यप्रदेश

विंध्य हुआ गौरवान्वित: IAS Anurag Verma ने किया कमाल, Asia Book Of Records में दर्ज कराया अपना नाम

IAS Anurag Verma
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12 घंटे में जिले में 1552 भूमि प्लाटोें का सीमांकन एशिया बुक आफ दी रिकार्डस एवं इण्डिया बुक आफ रिकार्ड में दर्ज कलेक्टर अनुराग वर्मा के नवाचार को 2 उपलब्धियों से नवाजा गया

Satna Collector Anurag Verma Asia Book Of The Records News: सतना जिले (Satna District) में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान 2.0 (Mukhya Mantri Jan Seva Abhiyan) के दौरान कलेक्टर अनुराग वर्मा द्वारा (IAS Anurag Verma) 20 मई 2023 को एक दिवस में राजस्व अधिकारियों के सहयोग से मैदान में जाकर 1552 भूमि प्लाटों के सीमांकन के नवाचार को Asia Book of Records एवं India Book of Records में दर्ज किया गया है। संस्था की ओर से उनके प्रतिनिधियों ने 21 जून 2023 को सतना कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर अनुराग वर्मा को इन उपलब्धियों का प्रमाण पत्र एवं मेडल सौंपे।

जानकारी के अनुसार इस मौके पर राजस्व विभाग की इस महत्वपूर्ण दो उपलब्धियों पर कलेक्टर का संस्था और राजस्व विभाग की ओर से अभिनंदन किया गया। जिला प्रशासन और राजस्व विभाग की ओर से सीमांकन के महा अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाले एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित राजस्व निरीक्षक, पटवारी, कोटवार, चौकीदार तक के अमले को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये।

कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि जिले में एक दिन में 12 घंटे के भीतर 1552 सीमांकन प्रकरणों का निराकरण एक संयुक्त टीम के प्रयास का परिणाम है। जिसमें कलेक्टर से लेकर कोटवार तक सभी राजस्व अमला मैदान में लगा रहा। उन्होंने कहा कि सीमांकन प्रकरणों के निराकरण के लिए अविवादित सीमांकन के लंबित प्रकरणों में सभी औपचारिक प्रकियायें पूर्ण कर राजस्व अधिकारियों को 1275 प्रकरणों के निराकरण का लक्ष्य दिया गया था। जिसमें राजस्व अधिकारियों और अमले ने जी तोड़ मेहनत कर लक्ष्य से कहीं अधिक 1552 प्रकरण निराकृत कर आरसीएमएस पोर्टल में विधिवत दर्ज कराये।

उन्होंने कहा कि इस अभियान में मीडिया के मित्र भी मैदान में मौजूद रहकर लगातार गतिविधियों को कवर कर रहे थे। उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जिले में मिली इस उपलब्धियों के लिए बधाई और शुभकामनायें दी। एशिया बुक आफ रिकार्डस तथा इण्डिया बुक आफ रिकार्ड के प्रतिनिधि डॉ. हर्षित तिवारी ने कहा कि एक जिले में 12 घंटे में 1552 लैण्ड डी मार्केशन का रिकार्ड देश और एशिया में बना है। यह एक असाधारण गतिविधि और कड़ी मेहनत तथा संयुक्त प्रयास और निर्देशन का सफल परिणाम है।

उन्होंने कहा कि उनकी संस्था देश-विदेश में होने वाली असाधारण गतिविधियों की व्यापक तहकीकात करती है और प्रमाणित होने के बाद ही एशिया बुक आफ रिकार्ड तथा इण्डिया बुक आफ रिकार्ड में नाम शामिल किया जाता है। डॉ. हर्षित तिवारी ने संस्था की ओर से एशिया बुक आफ रिकार्ड तथा इण्डिया बुक आफ रिकार्ड में नाम दर्ज होने का पृथक-पृथक प्रमाण पत्र और मेडल कलेक्टर अनुराग वर्मा को भेंट किये।

इस मौके पर अपर कलेक्टर शैलेन्द सिंह ने पूरे अभियान के पावर प्रजेन्टेशन करते हुए बताया कि सतना जिले में सीमांकन के विशेष अभियान में जिले के 566 पटवारी और राजस्व अधिकारियों के सहयोग से 1552 सीमांकन कलेक्टर अनुराग वर्मा के निर्देशन में किये गये हैं। 20 मई को सुबह से शाम तक चले अभियान में सतना जिले के 9 अनुविभाग, 11 तहसीलों के राजस्व अधिकारी पूरा दिन मैदान में जुटे रहे और शाम से देर रात तक आरसीएमएस पोर्टल में विधिवत सीमांकन के प्रकरणों के निराकरण को दर्ज कराया। हालांकि कलेक्टर सतना ने एक दिन में 1275 लंबित सीमांकन प्रकरणों का टारगेट दिया था। लेकिन राजस्व अधिकारियों ने भरी दोपहर कड़ी मेहनत कर लक्ष्य से कही अधिक प्रकरण निपटाये।

किसानों और काश्तकारों को मौके पर ही सीमांकन प्रमाण पत्र भी दिये गये। सुबह से शाम तक चले अभियान में सबसे अधिक मैहर तहसील में 238 सीमांकन प्रकरण निपटे जबकि नागौद में 222, रघुराजनगर में 184, रामपुर बघेलान में 215, अमरपाटन में 103, मझगवां में 114, उचेहरा 137, रामनगर में 128, बिरसिंहपुर में 81, कोठी में 67, तहसील कोटर में 63 प्रकरणों का निराकरण हुआ। इस प्रकार एक दिनी महा अभियान में 11 तहसीलों में कुल 1552 लंबित सीमांकन प्रकरणों का निराकरण हुआ।

इस मौके पर एसडीएम सिटी नीरज खरे, तहसीलदार बीके मिश्रा, राजस्व निरीक्षक पटवारी और कोटवारों ने सीमांकन महाअभियान के अपने अनुभव साझा किये। सतना जिले को राजस्व विभाग में मिली इन दो-दो उपलब्धियों पर राजस्व अधिकारियों ने कलेक्टर अनुराग वर्मा का अभिनंदन किया। वहीं कलेक्टर श्री वर्मा ने राजस्व विभाग के मैदानी स्तर के अमले पटवारी और कोटवार को सम्मानित किया। जिला प्रशासन की ओर से राजस्व विभाग की इस उपलब्धि के लिए अपर कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर सभी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, पटवारी और कोटवार को उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

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