मध्यप्रदेश

विदिशा पुजारी सुसाइड केस: पंडित की बेटी से बीजेपी नेताओं पर छेड़छाड़ का आरोप! कोई एक्शन ना होने पर पिता-पुत्री ने जान देदी

विदिशा पुजारी सुसाइड केस: पंडित की बेटी से बीजेपी नेताओं पर छेड़छाड़ का आरोप! कोई एक्शन ना होने पर पिता-पुत्री ने जान देदी
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आदिवासी पीड़ित के चरण पखारने वाले मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान पुजारी सुसाइड केस में चुप्पी साधे हुए हैं

Vidisha Pujari Suicide Case: मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में पुजारी के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. पुजारी ने आत्महत्या करने से पहले अपने सुसाइड नोट में तीन बीजेपी नेताओं को इसका जिम्मेदार ठहराया था. लेकिन उनके खिलाफ मध्य प्रदेश पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया है. मामला पुजारी की बेटी के साथ हुई छेड़छाड़ से जुड़ा हुआ है.

विदिशा पुजारी आत्महत्या कांड

विदिशा के दोपरिया गांव में रहने वाले 60 साल के पंडित धीरेन्द्र गोस्वामी एक मंदिर के पुजारी थे. बीती 25 मई को उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली थी. बेटी ने अपने सुसाइड नोट में सुदीप धाकड़, दिनेश, जीवन, राकेश, कुलदीप और वीरेन नामक लोगों को जिम्मेदार बताया था. पुजारी की बेटी विदिशा गर्ल्स कॉलेज में फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट थी. इन आरोपियों ने पुजारी की बेटी के साथ छेड़छाड़ की थी. जिसके बाद उसने पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज की थी. लेकिन पुलिस ने वक़्त रहते कोई एक्शन नहीं लिया।

इसके बाद आरोपी सुदीप धाकड़ और उसके साथी लड़की के घर में घुसकर उसके साथ छेड़खानी करने लगे थे. पीड़िता ने तंग आकर 25 मई को अपनी जान देदी। इसके बाद दबाव में आकर पुलिस ने सुदीप धाकड़ को गिरफ्तार किया मगर 25 दिन बाद वो जेल से छूट गया. जेल से निकलने के बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर पुजारी को धमकाना शुरू कर दिया।

अपनी बेटी के लिए न्याय की उम्मीद लगाए 60 वर्ष के पुजारी को जब समझ में आ गया कि ये पुलिस-प्रशासन से उम्मीद करना बेकार है तो उन्होंने भी 7 जुलाई को आत्महत्या कर ली. उन्होंने एक सुसाइड नोट छोड़ा जिसमे भगवान सिंह धाकड़, कलायन धाकड़ और राजेश धाकड़ का नाम लिया। ये तीनों आरोपी पुलिस से सांठगांठ करके पुजारी की बेटी से छेड़छाड़ करने वाले आरोपियों की गिरफ़्तारी रोक रहे थे.

भगवान सिंह धाकड़ BJP का पूर्व विदिशा जिला उपाध्यक्ष है. राजेश धाकड़ BJP का जिला कार्यालय प्रभारी है और कल्याण धाकड़ भी BJP से जुड़ा हुआ है. इन तीनों की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ तस्वीरें भी सामने आई हैं.

बड़ी विडंबना की बात है कि एमपी सीएम एक पीड़ित आदिवासी को घर बुलाकर उसके चरण पखारते हैं, उसके साथ घिनौना काम करने वाले आरोपी पर पुलिस NSA लगाती है. आरोपी के परिवार का घर तोड़ दिया जाता है. लेकिन विदिशा में ब्राह्मण लड़की से छेड़छाड़ करने वालों और उन आरोपियों को बचाने वाले लोगों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जाता।

पीड़िता और उसके पिता ने हार मानकर आत्महत्या कर ली, पुजारी की विधवा पत्नी आरोपियों की फांसी की मांग कर रही है. इस मामले में युवा ब्राह्मण परिषद संगठन ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने और उनका घर गिराने सहित पीड़िता का घर बनवाने जैसी मांगे उठाई हैं. आरोप है कि तीनों आरोपी एमपी सीएम शिवराज सिंह के समुदाय से हैं और बीजेपी से जुड़े हैं इसी लिए उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है.



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