
- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- MP के 109 स्कूलों के...
MP के 109 स्कूलों के शिक्षक और प्रधानाध्यापक फेल

Indore News: शिक्षक छात्रों के भविष्य निर्माता कहलाते हैं। इनके कंधों पर देश के भविष्य की धरोहर का भार रहता है। अगर यह शिक्षक केवल नाम के शिक्षक रह जाते हैं तो देश के भविष्य का क्या हाल होगा इसका अंदाजा सहज तौर पर लगाया जा सकता है। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के 109 शिक्षक और प्रधानाध्यापक फेल हो गए हैं। अब इन्हें अगर अयोग्य घोषित कर दिया जाए तो कोई बड़ी बात नहीं होगी।
क्या है मामला
हाल के दिनों में पांचवी और आठवीं का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया है। इस बार पांचवी और आठवीं की परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर हुई थी। जिसके बाद विद्यालयों के पढ़ने पढ़ाने का पूरी पोल खुल गई है। इंदौर जिले के 109 स्कूलों का परीक्षा परिणाम बिल्कुल ही बेकार रहा। इसे कुछ इन शब्दों में कहा जा सकता है कि 109 स्कूलों का परीक्षा परिणाम शून्य रहा।
ऐसा कैसे हो सकता है
जिन 109 स्कूलों का परीक्षा परिणाम शून्य आया है वहां की शैक्षणिक व्यवस्था को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। सहज ही लोगों को यह परीक्षा परिणाम हजम नहीं हो रहा। लोगों द्वारा कहा जा रहा है कि आखिर यह कैसे हो सकता है। अगर विद्यालय प्रतिदिन खुलता था, शिक्षक पढ़ाने जाते थे और छात्र पढ़ने आते थे तो फिर सोने परीक्षा परिणाम कैसे आ सकता है। यह परिणाम तो प्रदर्शित करता है कि बच्चों को पढ़ाया ही नहीं गया।
शिक्षकों की योग्यता का परीक्षण आवश्यक
इस तरह के परीक्षा परिणाम शिक्षकों के पढ़ाने पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। क्या ऐसे में उनके योग्यता का पुनः परीक्षण नहीं किया जाना चाहिए। शिक्षकों के योग्यता के परीक्षण से पता चलेगा कि आखिर किन कारणों से इस तरह के परिणाम आ रहे हैं।
कई जगह तो स्थानीय लोग इस परीक्षा परिणाम के बाद शिक्षकों को हटाने की मांग कर रहे हैं। गरीब तबके का व्यक्ति शासकीय स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ने के लिए भेजता है। उनके शैक्षणिक व्यवस्था के लिए सरकार शिक्षकों को हर महीने मोटी पगार दे रही है। लेकिन शिक्षक अपना नैतिक धर्म भूल कर केवल नौकरी कर रहे हैं। मतलब साफा है कि शिक्षक केवल स्कूल में हाजिरी लगाने जाते हैं अन्यथा इस तरह के परीक्षा परिणाम की आशा दूर दूर तक नहीं की जा सकती।




