मध्यप्रदेश

एमपी में शिक्षा विभाग का अजीब कारनामा, जो विषय परीक्षा में शामिल नहीं थे उसमें छात्र को कर दिया फेल

Sanjay Patel
20 May 2023 8:48 AM GMT
एमपी में शिक्षा विभाग का अजीब कारनामा, जो विषय परीक्षा में शामिल नहीं थे उसमें छात्र को कर दिया फेल
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MP News: मध्यप्रदेश में शिक्षा विभाग का अजीब कारनामा सामने आया है। विभाग ने ऐसे विषय में भी विद्यार्थियों को फेल कर दिया है जो परीक्षा में शामिल ही नहीं थे।

मध्यप्रदेश में शिक्षा विभाग का अजीब कारनामा सामने आया है। विभाग ने ऐसे विषय में भी विद्यार्थियों को फेल कर दिया है जो परीक्षा में शामिल ही नहीं थे। प्रदेश के सरकारी व निजी स्कूलों में इस बार पांचवीं व आठवीं की बोर्ड परीक्षा ली गई। इसमें 13 वर्ष बाद निजी स्कूलों के छात्रों की भी बोर्ड परीक्षा ली गई। इन परीक्षाओं के नतीजे भी घोषित हो चुके हैं किंतु इस बार घोषित किए गए परिणाम में अनियमितताओं का अम्बार लगा हुआ है।

संस्कृत में जीरो नंबर देकर किया फेल

शिक्षा विभाग द्वारा पांचवीं और आठवीं के परिणाम घोषित किए जाने के बाद रिजल्ट में गड़बड़ियां भी सामने आने लगी हैं। इसमें विभाग ने ऐसे विषय में भी विद्यार्थियों को फेल कर दिया है जो परीक्षा में शामिल ही नहीं थे। एक निजी स्कूल में कक्षा पांचवीं में पढ़ने वाले छात्र ने ऑनलाइन अंकसूची निकाली है जिसमें पांच मूल विषयों के साथ 100 नंबर का सामान्य संस्कृत का पेपर अलग से जोड़ा गया है। उसमें शून्य नंबर देकर छात्र को फेल कर दिया गया है। जबकि पांचवीं तक संस्कृत सब्जेक्ट होता ही नहीं है।

पांचवीं में संस्कृत विषय नहीं फिर भी सप्लीमेंट्री

एमपी के हरदा स्स्थित एक स्कूल में पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र प्रथम शर्मा ने ऑनलाइन अंकसूची निकाली है। जिसमें पांच मूल विषयों के साथ 100 नंबर को सामान्य संस्कृत का पेपर अलग से जोड़ा गया, जिसमें जीरो नंबर देकर उसे फेल कर दिया गया। जबकि पांचवीं तक संस्कृत सब्जेक्ट होता ही नहीं है। हरदा जिले में अकेले हरदा विकासखण्ड की बात की जाए तो यहां आठ से दस स्कूलों का परिणाम जीरो आया है। वहीं कई स्कूलों का पांचवीं का परिणाम भी जीरो है।

इस तरह के मामले भी आए सामने

एक निजी स्कूल के कक्षा आठवीं के एक छात्र को 6 विषयों में से पांच विषय में ए और बी ग्रेड मिला है किंतु सामाजिक विज्ञान में मात्र नंबर मिले हैं। जिससे वह फेल हो गया। इसी तरह कई निजी स्कूलों का पांचवीं और आठवीं का परीक्षा परिणाम जीरो है। उज्जैन की बात करें तो 52 स्कूलों का आठवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम जीरो आया है। इन स्कूलों के 449 छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे जिसमें सब फेल हो गए। वहीं नर्मदापुरम जिले का भी ऐसा ही हाल है यहां पर भी कई स्कूलों का परिणाम जीरो आया है।

अभिभावकों की बढ़ी परेशानी

शिक्षा विभाग द्वारा परिणाम जारी करने में बरती गई इस तरह की लापरवाही से अभिभावकों की परेशानी बढ़ गई है। राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा जिस सब्जेक्ट के पेपर लिए ही नहीं गए उसमें भी छात्रों को अनुत्तीर्ण कर दिया गया। जिससे परेशान होकर अभिभावक जिलों में जिला परियोजना समन्वयक कार्यालयों के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। अभिभावकों द्वारा एग्जाम की कॉपी दिखाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है किंतु राज्य छात्रों की कॉपी दिखाने से राज्य शिक्षा केन्द्र ने इंकार कर दिया है।

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