मध्यप्रदेश

एमपी के रेल यात्रियों को झटका! 1878 से संचालित हेरिटेज पैसेंजर ट्रेन के थमे पहिये

Sanjay Patel
30 Jan 2023 11:23 AM GMT
एमपी के रेल यात्रियों को झटका! 1878 से संचालित हेरिटेज पैसेंजर ट्रेन के थमे पहिये
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MP Heritage Train: महू-ओंकारेश्वर रोड स्पेशल पैसेंजर ट्रेन आज अंतिम फेरा लगाने जा रही है। इसके बाद इसे बंद कर दिया जाएगा। वहीं हेरिटेज ट्रेन का रविवार को सीजन का अंतिम फेरा रहा।

महू-ओंकारेश्वर रोड स्पेशल पैसेंजर ट्रेन आज अंतिम फेरा लगाने जा रही है। इसके बाद इसे बंद कर दिया जाएगा। वहीं हेरिटेज ट्रेन का रविवार को सीजन का अंतिम फेरा रहा। यह ट्रेन पर्यटकों को पातालपानी और कालाकुंड के वादियों की सैर करवाती थी। इस वर्ष इसे जल्दी बंद कर दिया गया है। डाॅ. अंबेडकरनगर (महू)-ओंकारेश्वर ट्रेन का संचालन मंगलवार से नहीं किया जाएगा। जिसके बाद रेलवे महू-ओंकारेश्वर रोड मीटर रेल खंड बंद कर दिया जाएगा।

10 जुलाई से शुरू हुई थी ट्रेन

रेलवे सूत्रों के मुताबिक गेज परिवर्तन का कार्य प्रारंभ किया जाना है जिसके कारण महू-ओंकारेश्वर रोड स्पेशल पैसेंजर ट्रेन मंगलवार से नहीं संचालित की जाएगी। सोमवार को इसका अंतिम फेरा होगा। हेरिटेज ट्रेन के लिए पातालपानी तक मीटर गेज ट्रैक को यथावत रखा जाएगा। इस संबंध में पीआरओ खेमराज मीना के मुताबिक हेरिटेज ट्रेन जिसका संचालन महू से कालाकुंड के लिए किया जाता था वह सोमवार से नहीं चलेगी। इस ट्रेन को मानसून सीजन में 10 जुलाई से प्रारंभ किया गया था। इस बार इसको जल्दी बंद किया जा रहा है। जबकि विगत वर्षों में यह ट्रेन हर बार मार्च महीने तक संचालित होती थी।

महू-डाॅ. अंबेडकर नगर पैसेंजर 1 फरवरी से नहीं दौड़ेगी

बताया गया है कि महू-डाॅ. अंबेडकर नगर स्पेशल पैसेंजर ट्रेन 1 फरवरी बुधवार से नहीं संचालित की जाएगी। यह ट्रेन मंगलवार को अंतिम फेरा लगाएगी। ट्रेन के बंद होने के बाद ट्रैक का कार्य प्रारंभ किया जाएगा। इंदौर महू रेल यात्री संघ के मुताबिक लंबे समय से इस ट्रेन को बंद करने की मांग की जा रही थी। इसके संचालन से रेलवे को काफी घाटा हो रहा था। इस ट्रेन में कम संख्या में यात्रियों के सफर करने के कारण ट्रेन के संचालन का खर्च भी नहीं निकल पा रहा था।

2008 से चल रहा गेज परिवर्तन का काम

महू-खंडवा रेल ट्रैक का सर्वे का कार्य वर्ष 1996 में किया गया था। जबकि 2008 से यहां गेज परिवर्तन का कार्य प्रारंभ किया गया जो अब तक जारी है। बताया गया है कि खंडवा से सनावद तक का काम पूरा कर लिया गया। किंतु सनावद से महू तक का कार्य अभी भी अटका हुआ है। जिसके कारण इसकी लागत भी लगातार बढ़ती जा रही है। वर्ष 2008 में इस प्रोजेक्ट पर जब कार्य प्रारंभ किया गया था तब 1400 करोड़ इसकी लागत थी। वर्तमान समय पर इसकी लागत बढ़कर 2400 करोड़ से ज्यादा पहुंच गई है। नया ट्रैक का निर्माण हो जाने से उत्तर-दक्षिण के राज्य सीधे जुड़ सकेंगे। इंदौर-मनमाड़ के जुड़ जाने के कारण बेंगलुरू, पुणे तक लिंक मिलने से लोगों को सफर करने में काफी सहूलियत हो जाएगी। महू-आंेकारेश्वर रोड मीटर गेज का कार्य 3 अगस्त 1887 में पूरा किया गया था। जनवरी 1878 को इसमें पैसेंजर ट्रेन का संचालन किया गया था।

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