मध्यप्रदेश

सतना की ट्रांसजेंडर लहराएंगी माउन्ट एवरेस्ट पर तिरंगा, पढ़िए पूरी खबर

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:34 AM GMT
सतना की ट्रांसजेंडर लहराएंगी माउन्ट एवरेस्ट पर तिरंगा, पढ़िए पूरी खबर
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सतना की ट्रांसजेंडर लहराएंगी माउन्ट एवरेस्ट पर तिरंगा, पढ़िए पूरी खबर सतना (विपिन तिवारी ) । कुदरत ने भले ही ना इंसाफी की हो लेकिन जिंदगी के रंग फीके नही

सतना की ट्रांसजेंडर लहराएंगी माउन्ट एवरेस्ट पर तिरंगा, पढ़िए पूरी खबर

सतना (विपिन तिवारी ) । कुदरत ने भले ही ना इंसाफी की हो लेकिन जिंदगी के रंग फीके नही पड़ने दिए। जज्बा – जोश और जुनून कम नही होने दिया, जमाना भले ही उपेक्षित और कमजोर समझता रहा हो लेकिन इसे ही उन्होंने अपनी ताकत बनाया और फिर शिखर पर पहुंचने की, इतिहास रचने की तैयारी में जुट गए।

यहां बात हो रही है उन ट्रांसजेंडरो की जो एक टीम की शक्ल में पर्वत शिखर पर परचम लहराने जा रहे हैं। माउण्ट एवरेस्ट पर तिरंगा लहरा चुके वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर विंध्य के लाल रत्नेश पांडेय इन ट्रांसजेंडर्स को दुनिया मे अलग पहचान दिलाने के अनूठे प्रयास में लगे हैं।

ट्रांसजेंडर्स की पहली पर्वतारोही टीम रत्नेश के साथ नए सफर – नए मुकाम की ओर रवाना होने को पूरी तरह तैयार है। यह टीम 2 अक्टूबर को शास्त्री – गांधी जयंती के दिन इतिहास रचने के लिए कदम आगे बढ़ाएगी ।

हिमालय की चोटी पर चढ़ेगा ट्रांस जेंडर्स का दल

रत्नेश पाण्डे फ़ाउंडेशन एवं भारतीय पर्वतारोहण संस्थान के प्रोफेशनल माउंटेनियर रत्नेश पांडे ने बताया कि 2 अक्टूबर अहिंसा दिवस पर महात्मा गाँधी और लाल बहादुर शास्त्री को सच्ची श्रद्धांजलि देने के साथ दुनिया को मानवता और समानता का संदेश देने के लिए रत्नेश पाण्डे फ़ाउंडेशन और ट्रांसजेंडर कम्यूनिटी द्वारा इस तरह का प्रयास किया जा रहा है जिसमे हिमालय की 17353 फ़ीट ऊँची फ़्रेंड्शिप चोटी फ़तह करने के इरादे से 25 ट्रांसजेंडर लोग पर्वतारोहण करेंगे। इस एक्स्पिडिशन को गिनीज़ बुक और लिम्का बुक में वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए भी प्रॉसेस किया गया है |

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काबिलियत के आधार पर हो आंकलन

किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने बताया कि देश और प्रदेश के करीब 25 ट्रांसजेंडर रत्नेश पाण्डे के अंडर ट्रेनिंग लेंगे और पर्वतारोहण करेंगे | पर्वत शिखर से मानवता और समानता के संदेश के साथ यह विशेष संदेश देने की कोशिश रहेगी कि मात्र लैंगिक क्षमता के आधार पर मूल्यांकन के बजाय ट्रांसजेंडर लोगों को उनकी क़ाबिलियत के आधार पर आंका जाना चाहिए।

ट्रांसजेंडर कम्यूनिटी के बारे में मात्र नेगेटिव बातें ही होती हैं जबकि शिक्षा, चिकित्सा और अनेकों क्षेत्र में ये समुदाय बहुत अच्छा कार्य कर रहा है. यह अच्छी पहल मानी जा रही है.

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