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SANJAY DUBEY हो सकते है CM SHIVRAJ के पीएस, निधि निवेदिता को हटाकर नीरज सिंह को बनाया राजगढ़ कलेक्टर

भोपाल । सरकार बदलते ही प्रशासनिक सर्जरी शुरू हो गई है। एम गोपाल रेड्डी के स्थान पर राजस्व मंडल के अध्यक्ष इकबाल सिंह बैंस को मुख्यसचिव बनाया गया है। इसके अलावा विवादों में रही राजगढ़ कलेटर सुश्री निधि निवेदिता को हटाकर नीरज सिंह को नया कलेटर बनाया गया है।
पूर्व मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ विधायक राजेन्द्र शुला को पांच करोड़ का टैस वसूली का नोटिस देने वाले रीवा नगर निगम कमिश्नर सभाजीत यादव को हटा दिया गया है। अब सबकी निगाहें मुख्यमंत्री सचिवालय पर है कि नया प्रमुख सचिव कौन होगा। सूत्रों के अनुसार शिवराज सिंह चौहान के विश्वसनीय अधिकारी और लंबे समय तक मुख्यमंत्री सचिवालय में रहे विवेक अग्रवाल इस समय भारत सरकार में प्रतिनियुक्ति पर संयुक्त सचिव कृषि विभाग के पद पर पदस्थ है। अग्रवाल पिछले 19 मार्च से भोपाल में ही हैं।
केन्द्र सरकार ने विवेक अग्रवाल को कोरोना से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों की निगरानी के लिए केन्द्र व राज्य के बीच का समन्वयक नियुक्त किया है। लगभग एक साल पूर्व प्रतिनियुक्ति पर गए विवेक अग्रवाल यदि वापस नहीं लौटते तो अन्य किसी अधिकारी को मुख्यमंत्री सचिवालय में अशोक वर्णवाल के स्थान पर प्रमुख सचिव बनाया जाएगा। विवेक अग्रवाल की विशेष परिस्थिति में मुख्यमंत्री सचिवालय में नियुक्ति होने पर ही केन्द्र सरकार से वापसी हो सकती है। अन्यथा तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद ही प्रदेश वापस लौट सकेंगे। ऐसी स्थिति में प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन व विकास संजय दुबे को मुख्यमंत्री सचिवालय में प्रमुख सचिव बनाया जा सकता है। चार साल से अधिक समय तक इंदौर कमिश्नर रहे संजय दुबे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मुख्यसचिव इकबाल सिंह बैंस के विश्वसनीय अधिकारी हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री सचिवालय में कुछ और अधिकारियों की पदस्थापना की जाएगी। सूत्रों के अनुसार पुलिस विभाग में एडीजी इंटलीजेंस डा.एस डब्ल्यू नकवी को भी बदला जा सकता है। लेकिन यह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निरंतर है कि वे बदलते हैं कि नहीं। नकवी की कार्यक्षमता और योग्यता से परिचित हैं।
यदि नकवी को हटाया जाता है तो एडीजी प्रबंध डी श्रीनिवास राव को इंटलीजेंस की जिमेदारी सौंपी जा सकती है। राव डीजीपी विवेक जौहरी की पसंद हैं। शिवराज सिंह के पिछले कार्यकाल में जब विवेक जौहरी एडीजी इंटलीजेंस थे, तब राव उनके साथ आईजी थे। राव के अलावा स्पेशल डीजी एसएएफ विजय यादव, एडीजी सीआईडी राजीव टंडन, एडीजी शिकायत विपिन माहेश्वरी या एडीजी प्रशासन अजय शर्मा में किसी को इंटलीजेंस की जिमेदारी सौंपी जा सकती है। एडीजी इंटलीजेंस के अलावा डीजी ईओडडब्ल्यू सुशोान वनर्जी को ाी बदला जाएगा। जबकि डीजी लोकायुक्त अनिल कुमार आगामी 30 अप्रैल को सेवनिवतृ हो रहे हैं। उनके स्थान पर किसी अधिकारी की नियुक्ति की जा सकती है। अतिविश्वसनीय सूत्रों के अनुसार राजीव टंडन या विजय यादव को वहां पदस्थ किया जा सकता है। केन्द्र की प्रतिनियुक्ति से लौटे एसके झा को भी नई पदस्थापना का इंतजार है। मैदानी पदस्थापनाएं 15 अप्रैल के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 21 दिन के लिए पूरे देश में लाकडाउन किए जाने के निर्देश के बाद मैदानी प्रशासनिक फेरबदल 15 अप्रेल के बाद किए जाने की संभावना है, योंकि सरकार की पहली प्राथमिकता कारोना वायरस के प्रभाव को ख़त्म करना है। इसमें पूरा प्रशासनिक अमला लगा हुआ है। ऐसी स्थिति में प्रशासनिक फेरबदल से काम में शिथिलता आ सकती है।