मध्यप्रदेश

MP School: 5वीं और 8वीं के 76000 से अधिक छात्रों की प्रोफाइल पोर्टल पर अपडेट नहीं, अटक सकता है रिजल्ट

Sanjay Patel
6 March 2023 7:11 AM GMT
MP School: 5वीं और 8वीं के 76000 से अधिक छात्रों की प्रोफाइल पोर्टल पर अपडेट नहीं, अटक सकता है रिजल्ट
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MP News: कक्षा पांचवीं और आठवीं की परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर ली जाएगी। मप्र राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा आयोजित कराई जाने वाली इस परीक्षा में प्रदेश भर से 24 लाख 73 हजार 632 विद्यार्थी हिस्सा लेंगे।

कक्षा पांचवीं और आठवीं की परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर ली जाएगी। मप्र राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा आयोजित कराई जाने वाली इस परीक्षा में प्रदेश भर से 24 लाख 73 हजार 632 विद्यार्थी हिस्सा लेंगे। विभाग की लापरवाही से 76 हजार से अधिक छात्रों की परीक्षा पर संकट मंडराने लगा है। इसमें अधिकांश वह छात्र जो मध्यप्रदेश की स्कूलों में पढ़ाई करते हैं किन्तु दूसरे राज्य के रहने वाले हैं। पोर्टल पर प्रोफाइल इन छात्रों की समग्र आईडी नहीं होने के कारण अपडेट नहीं हो पाई है। यह समस्या पूरे प्रदेश भर की है। इसमें वह छात्र भी शामिल हैं जिनके द्वारा स्कूल बदलकर दूसरे विद्यालय में प्रवेश लिया किन्तु उनकी आईडी नए स्कूल में ट्रांसफर या अपडेट नहीं की गई।

25 मार्च से होंगी परीक्षाएं

मध्यप्रदेश राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा कक्षा पांचवीं और आठवीं की परीक्षा का आयोजन 25 मार्च से किया जाएगा। जबकि इस परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के प्रवेश पत्र 6 से 15 मार्च के बीच वितरित किए जाएंगे। इन कक्षाओं में अध्ययनरत छात्रों की समग्र आईडी नहीं होने से पोर्टल पर प्रोफाइल अपडेट नहीं हो पाई। इसकी जानकारी शासन के सामने आई तो हड़कम्प की स्थिति निर्मित हो गई। आनन फानन में पोर्टल दोबारा खोलने के साथ ही रविवार को छुट्टी के दिन भी दनादन वीसी का सिलसिला जारी है। सारे ब्लॉक ऑफिस खुले और अपडेशन प्रारंभ किया गया। आयुक्त वीसी द्वारा रविवार शाम 6 बजे यह स्पष्ट कर दिया गया कि समग्र आईडी के चक्कर में कोई छात्र परीक्षा से वंचित नहीं रहेगा किन्तु इन बच्चों की प्रोफाइल अपडेट नहीं होने से रिजल्ट अटक सकता है।

एक जनशिक्षा केन्द्र स्तर पर बनेंगे 3 परीक्षा सेंटर

कक्षा पांचवीं और आठवीं की परीक्षा को लेकर शासन ने निर्देश दिए हैं कि एक जनशिक्षा केन्द्र स्तर पर केवल 3 परीक्षा सेंटर ही बनाए जाएंगे। यदि चौथा परीक्षा केन्द्र बनाने की आवश्यकता पड़ती है तो इसके लिए डीपीसी से अनुमति लेनी होगी। जबकि परीक्षा के लिए पांचवां केन्द्र केवल शासन की अनुमति से ही बन सकेगा। यहां उल्लेखनीय है कि एक जनशिक्षा केन्द्र स्तर पर न्यूनतम 30 व अधिकतम 40 विद्यालय शामिल रहते हैं। जिसके कारण कई छात्रों को 8 से 10 किलोमीटर दूर एग्जाम देने जाना होगा। गत वर्ष हुई परीक्षा में 50 बच्चों पर एक केन्द्र बनाया गया था किंतु इस बार ऐसा नहीं है।

इनका कहना है

इस संबंध में राज्य शिक्षा केन्द्र संचालक धनराजू एस के मुताबिक प्रदेश स्तरीय समस्या को देखते हुए एक पत्र जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि सरकारी, प्राइवेट व मदसों के बच्चों की परीक्षा संबंधी पोर्टल पर आ रही समस्या को लेकर संबंधित स्कूल वेबसाइट [email protected] पर ईमेल करें। जिसका यू-ट्यूब लाइव के माध्यम से 7 मार्च को सुबह 11 बजे निराकरण किया जाएगा। जिसकी लिंक एसएसए ऑफिशियल ग्रुप पर जारी होगी।

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