मध्यप्रदेश

लहरी बाई की पीएम मोदी ने की तारीफ, गायब हो रहे मोटे अनाजों का चलाती हैं बीज बैंक

Sanjay Patel
10 Feb 2023 10:56 AM GMT
लहरी बाई की पीएम मोदी ने की तारीफ, गायब हो रहे मोटे अनाजों का चलाती हैं बीज बैंक
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MP News: प्रदेश व देश से मोटा अनाज विलुप्त होता जा रहा है। इसकी खेती भी अब यदा-कदा ही की जाती है। किन्तु एमपी में एक ऐसी महिला हैं जिनके पास मिलेट्स (मोटा अनाज) का बीज बैंक है।

प्रदेश व देश से मोटा अनाज विलुप्त होता जा रहा है। इसकी खेती भी अब यदा-कदा ही की जाती है। किन्तु एमपी में एक ऐसी महिला हैं जिनके पास मिलेट्स (मोटा अनाज) का बीज बैंक है। गायब हो रहे मोटे अनाजोें का बीज बैंक चलाने वाली महिला की देश भर में प्रशंसा की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भी महिला व उनके बीज बैंक की तारीफ करते हुए लोगों के लिए इसे प्रेरणादायक बताया।

मिलेट्स के दुर्लभ कलेक्शन हैं लहरीबाई के पास

मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा मिलेट्स उत्पादक जिला डिंडौरी है। यहां से लगभग 60 किलोमीटर दूर सिलपीड़ी गांव है जहां लहरी बाई निवास करती हैं। 27 वर्षीय लहरी बाई के पास अनाज की उन किस्मों के बीज हैं जो खेतों से गायब हो चुके हैं। इन मिलेट्स का उनके पास दुर्लभ कलेक्शन है जिसको एक कमरे में उनके द्वारा सहेजकर रखा गया है। जिसके कारण जिले के अफसरों द्वारा लहरी बाई को बीज बैंक कहा जाता है। लहरी बाई की मानें तो खेती से ज्यादा पैसे कमाने के चक्कर में लोग मोटे अनाज की खेती करना धीरे-धीरे बंद करने लगे। हम बचपन से ही मोटे अनाज खाते आ रहे हैं। जब यह लगने लगा कि यह अनाज अब विलुप्त हो जाएंगे तो उनके द्वारा घर पर ही सहेजकर रखा जाने लगा।

मोटे अनाजों की हैं 30 से ज्यादा किस्में

डिंडौरी की सिलपीड़ी गांव निवासी महिला लहरी बाई ने मोटे अनाजों का जो बैंक तैयार किया है उसमें 30 से ज्यादा किस्में हैं। जिनका नाम भी अब आजकल के लोग नहीं जानते। लहरी बाई इसे अपने तक सीमित रखने की बजाय वे उसे इलाके में बांट भी रही हैं ताकि लोग दोबारा मोटे अनाजों की खेती की ओर लौट सकें। मोटे अनाजों की किस्मों में कोदो की बड़ी कोदो, लदरी कोदो, छोटी कोदो, बहेरा कोदो के बीज उनके पास मौजूद हैं। वहीं कुटकी की सफेद कुटकी, बड़ी डोंगर, लाल डोंगर, सिताही नागदमन, मदेली, चार कुटकी, छोटी कुटकी, बिरनी कुटकी शामिल हैं। मोटे अनाज सावा की भालू, कुशवा, छिदरी किस्मों के बीज हैं। मढ़िया की लाल, गोदपारी, चावर, मरामुठ, सलहार की बैगा, ऐंठी, काढा, काग की भूरसा, सफेद, लाल कलकी, करिया कलकी शामिल हैं। जबकि दलहनी में बैगा राहर, झुझर, बिदरी, हिरवा, सुतख आदि के बीज बैंक लहरी बाई के पास मौजूद हैं।

पीएम मोदी ने लिखा लहरीबाई पर गर्व है

लहरी बाई के इस कार्य की देश भर में प्रशंसा हो रही है। पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी उनकी तारीफ की है। पीएम ने एक वीडियो को रीट्वीट करते हुए लिखा-लहरी बाई पर गर्व है, जिन्होंने श्री अन्न के प्रति उल्लेखनीय उत्साह दिखाया है। उनके प्रयास कई अन्य लोगों को प्रेरित करेंगे। यहां उल्लेखनीय है कि मिलेट्स उत्पादन में पहले नंबर पर छत्तसीगढ़ है जबकि मध्यप्रदेश दूसरे नंबर पर है। जबकि एमपी में मिलेट्स उत्पादन के मामले में डिंडौरी जिला पहले स्थान पर है।

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