मध्यप्रदेश

एमपी की नर्मदा नदी में पत्थरों को तैरता देख अचरज में पड़ गए लोग, वैज्ञानिकों ने कही यह बात

Sanjay Patel
4 Jun 2023 7:47 AM GMT
एमपी की नर्मदा नदी में पत्थरों को तैरता देख अचरज में पड़ गए लोग, वैज्ञानिकों ने कही यह बात
x
MP News: मध्यप्रदेश स्थित जबलपुर की नर्मदा नदी में पत्थर तैर रहे थे। यह नजारा देख लोग अचरज में पड़ गए। इसकी जानकारी जंगल में आग की तरह फैल गई।

मध्यप्रदेश स्थित जबलपुर की नर्मदा नदी में पत्थर तैर रहे थे। यह नजारा देख लोग अचरज में पड़ गए। इसकी जानकारी जंगल में आग की तरह फैल गई। दूर-दूर से इस नजारे को देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोगों को जैसे ही इस बात की जानकारी हो रही है वह आश्चर्य भरी निगाहों से मौके पर पहुंच रहा है।

नदी में नहा रहे लोग पत्थरों से खेलने लगे

एमपी के जबलपुर में नर्मदा नदी के जिलहरी घाट पर पानी में तैरते हुए पत्थर का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जो लोगों के लिए कौतूहल का विषय बना हुआ है। नदी के पानी में इन दो तैरते हुए पत्थरों को देखने के लिए भारी तादात में लोग पहुंच रहे हैं। नदी में स्नान करने वाले लोग इन पत्थरों से खेलने लगे। लोगों का कहना है कि इस तरह के तैरते हुए पत्थर रामेश्वरम में अक्सर नजर आते हैं। किंतु जबलपुर की नर्मदा नदी में इस तरह का नजारा पहली बार देख लोग अचरज में पड़ गए हैं।

लोगों ने बनाया वीडियो

नर्मदा नदी के जिलहरी घाट में पानी में तैरत पत्थर लोगों के लिए कौतूहल का विषय बने हुए हैं। इसे देखने के लिए मौके पर लोग पहुंचते गए और इसका जमकर वीडियो भी बनाया। यह वीडियो अब सोशल मीडिया में तेजी के साथ वायरल हो रहा है। दावा किया गया कि पत्थर नर्मदा नदी में तैरकर कहीं से आए हैं किंतु हकीकत इससे कोसों दूर निकली। सूत्रों की मानें तो कुछ लोग अपने साथ पानी में तैरने वाले पत्थर लेकर नर्मदा घाट पर पहुंचे थे और वहां नदी में इन पत्थरों को डाल दिया। जिसे देखने के बाद लोगों में उत्सुकता बढ़ती चली गई।

पानी में क्यों तैरते हैं पत्थर

पानी में पत्थर तैरना कोई नई बात नहीं है। इसका धार्मिक महत्व के साथ वैज्ञानिक तथ्य भी है। इस संबंध में साइंस कॉलेज के प्रोफेसर का कहना है कि अमूमन ज्वालामुखी के लावा से जो पत्थर बनते हैं वह पानी में आसानी से तैर जाते हैं। जिस पत्थर का घनत्व पानी से कम होता है वह पानी में आसानी से तैरता है। इन पत्थरों में बहुत छिद्र होते हैं जिनको क्योमिक स्टोन भी कहा जाता है। उनका कहना है कि नर्मदा नदी में पत्थरों के तैरने का कोई धार्मिक महत्व नहीं हो सकता। यह पत्थर या तो कोई शख्स लेकर आया है अथवा किसी अन्य कारण से यह पत्थर वहां पहुंच गया होगा।

वजनदार हैं तैरने वाले पत्थर

नर्मदा नदी में स्नान करने आई श्रद्धालु का कहना है कि उन्होंने कभी पानी में इस तरह के तैरते हुए पत्थरों को नहीं देखा। इन पत्थरों को जब उन्होंने उठाया तो यह काफी वजनदार भी थे। इसी तरह अन्य लोगों ने भी कहा कि उन्होंने पहले कभी इस तरह का पत्थर नहीं देखा। पानी में तैरते हुए पत्थर को उन्होंने पहली बार देखा है। जबकि जिलहरी घाट में रहने वाले नाविकों का कहना है कि कुछ लोग सुबह के वक्त अपने साथ पत्थर लेकर आए थे। उन्होंने नर्मदा नदी में पत्थरों को डाला और कई घंटों तक पत्थरों से खेलते रहे।

Next Story