मध्यप्रदेश

Panchayat New Guideline 2022: एमपी के पंचायतों के लिए जारी की गई नई गाइडलाइन, ढूंढ़ना होगा आमदनी का स्रोत

Panchayat New Guideline 2022: एमपी के पंचायतों के लिए जारी की गई नई गाइडलाइन, ढूंढ़ना होगा आमदनी का स्रोत
x
MP Panchayat New Guideline: सरकार की तरफ से केवल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए पंचायतों को बजट दिया जाएगा।

MP Panchayat New Guideline 2022 In Hindi: एमपी में लगभग सभी ग्राम पंचायतों के चुनाव संपन्न हो चुके हैं। नई पंचायत सरकार का गठन हो चुका है। सरपंचों ने पदभार भी ग्रहण कर कई लोगों ने तो चार्ज भी ले लिया है। लेकिन इसी बीच शासन की ओर से नई गाइडलाइन (Panchayat New Guideline) भी जारी कर दी गई है। जिसमें कहा गया है कि सरकार की तरफ से केवल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए पंचायतों को बजट दिया जाएगा। इसके अलावा अन्य खर्च के लिए पंचायतों को खुद ही अपने आय के स्रोत ढूंढने होंगे।

कई सरपंचों को नहीं मिला चार्ज

नए सरपंचों को चार्ज दिलाने के लिए पूर्व में ही आदेश जारी किया गया था। अब बहुत कम ही ऐसी पंचायतें बची हैं जहां पुराने सरपंचों ने नए सरपंच को चार्ज नहीं दिया है। इसलिए जिले के अधिकारी जल्दी से जल्दी नए सरपंचों को चार्ज दिलवाने में लगे भी हुए हैं। चार्ज मिलने के पश्चात नए सरपंचों का खाता खुल जाएगा। और वहां पंचायतों का विकास कार्य कर पाएंगे।

क्या आया नया नियम

जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार जिन पंचायतों की आबादी 5000 से अधिक हैं वहां मिनी साइंस सेंटर (Mini Science Ceter) भी खुल सकता है। राज्य वित्त आयोग द्वारा उन्नीस सौ करोड़ रुपए की किस्त जारी करने के लिए गाइडलाइन तय की गई है। वहीं पंचायत विभाग के अधिकारियों द्वारा कहा गया है कि अब पंचायते परीसंपत्तियों का भी निर्माण कर सकेंगी।

पर्यटन से पंचायतें कमाएं पैसा

जिन ग्राम पंचायत क्षेत्र में पर्यटन के क्षेत्र हैं वहां का विकास कर पंचायतें पैसे भी कमा सकती हैं। टूरिज्मो वाले स्थानों में पहुंच मार्ग और बाकि सुविधाएं पंचायतें विकसित कर सकेंगी। पर्यटकों को शुल्क के साथ पर्यटकों के ठहरने की व्यवस्था बनाई जाएगी।

यहां से पंचायतें कमाए पैसा

अगर पर्यटन क्षेत्र है तो उसे विकसित कर शुल्क निर्धारित कर आए अर्जित करें।

मैरिज गार्डन बनवाएं और उसे किराए पर देकर चलाएं और आमदनी अर्जित करें।

शासकीय जमीन पर चौपाल छोटी-छोटी दुकानें बनवा कर आए अर्जित करें हाट बाजार का निर्माण करें।

यात्री प्रतिक्षालय बस स्टैंड है तो वहां भी दुकानों का निर्माण करवाकर आय का स्रोत बनाया जा सकता है।

वाटर प्लांट स्थापित कर पाइप लाइन के माध्यम से ग्राम पंचायत के लोगों को शुद्ध और स्वच्छ जल उपलब्ध करवा कर आए अर्जित करें।

नर्सरी विकसित करें, नर्सरी में तैयार पौधों को बेचकर भी पंचायतें आय अर्जित कर सकती हैं।

पंचायत शासकीय जमीन पर ओपन जिम का संचालन करें उससे भी आय अर्जित करने का माध्यम बन सकता है।

देनी होगी जानकारी

पंचायत अपने आय के स्रोत तो बनाएगा ही साथ में किस स्रोत से कितनी आमदनी हो रही है इसकी भी जानकारी शासन प्रशासन को देनी होगी। साथ ही खर्च का ब्यौरा भी शामिल करना होगा।

Next Story