मध्यप्रदेश

कूनो नेशनल पार्क में जन्मे चीते के 4 शावकों में से एक की मौत!

कूनो नेशनल पार्क में जन्मे चीते के 4 शावकों में से एक की मौत!
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कूनो नेशनल पार्क में शावक चीते की मौत हो गई है. मार्च में नामीबियाई चीता सियाया (भारतीय नाम ज्वाला) ने 4 शावकों को जन्म दिया था

शावक चीता की मौत: मध्य प्रदेश के Kuno National Park से एक और बुरी खबर आई है. मार्च में नामीबियाई चीता सियाया (भारतीय नाम ज्वाला) ने 4 शावकों को जन्म दिया था. उन्ही में से एक शावक कि 23 मई को मौत हो गई। बताया गया है कि 2 महीने पहले पैदा हुआ शावक चीता कई दिनों से बीमार था और उसकी बीमारी का पता 23 मई को ही पता चला. जैसे ही उसका उपचार शुरू हुआ कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया

कूनो में शावक चीता की मौत

24 मार्च को चीता सियाया ने 4 शावकों को जन्म दिया था. 70 साल बाद भारत में चीतों के शावक पैदा हुए थे. जन्म के 8 सप्ताह बाद इन शावकों ने अपनी आँखें खोलना शुरू किया था. इन शावकों की तस्वीर मदर्स डे के दिन सामने आई थीं. मंगलवार को चीता मॉनिटरिंग टीम ने पाया कि एक शावक सुस्त दिखाई दे रहा है. उसका चेकअप किया गया तो मालूम पड़ा कि वह बीमार है. उसका इलाज शुरू हुआ, ड्रिप चढ़ाई गई और पार्क से जब उसे हॉस्पिटल शिफ्ट किया जा रहा था उसी दौरान उसकी मौत हो गई.

अबतक तीन चीता और एक शावक की मौत

गौरतलब है कि चीता प्रोजेक्ट के तहत 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से लाइ गई पहली चीतों की खेप को श्योपुर जिले के कूनो राष्ट्रीय पार्क में रखा गया था. सबसे पहले 26 मार्च को शासा नाम की मादा चीता की मौत हुई थी, उसके बाद 23 अप्रैल को दूसरे चीते उदय की मौत हुई और 9 मई को मादा चीता दक्षा की मौत हुई थी. दो चीतों की मौत बीमारी से हुई और दक्षा की मौत दूसरे चीते से लड़ाई करने के बाद हुई थी. अब कूनो राष्ट्रीय उद्यान में सिर्फ 17 चीते और 3 शावक बचे हैं


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