मध्यप्रदेश

एमपी में बुजुर्ग की बिगड़ी तबीयत तो चारपाई पर लिटाकर पैदल तय किया 4 किलोमीटर का सफर, यह है मामला

Sanjay Patel
20 Sep 2023 9:47 AM GMT
एमपी में बुजुर्ग की बिगड़ी तबीयत तो चारपाई पर लिटाकर पैदल तय किया 4 किलोमीटर का सफर, यह है मामला
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MP News: मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में एक बुजुर्ग की तबीयत अचानक ज्यादा बिगड़ गई। इस दौरान परिजनों ने उसे खाट पर लिटाकर 4 किलोमीटर का सफर पैदल ही तय किया। मार्ग नहीं होने से यह स्थिति निर्मित हुई।

मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में एक बुजुर्ग की तबीयत अचानक ज्यादा बिगड़ गई। इस दौरान परिजनों ने उसे खाट पर लिटाकर 4 किलोमीटर का सफर पैदल ही तय किया। मार्ग नहीं होने से यह स्थिति निर्मित हुई। मौके तक एम्बुलेंस नहीं पहुंच सकी ऐसे में बुजुर्ग को अस्पताल ले जाना आवश्यक था ऐसे में परिजनों ने यह कदम उठाया।

मार्ग दलदल में है तब्दील

पन्ना जिले के अजयगढ़ जनपद क्षेत्र अंतर्गत आने वाले पिपराही गांव में सड़क मार्ग न होने की वजह से लोगों को अक्सर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बारिश के दिनों में यह समस्या और बढ़ जाती है। यहां का समूचा मार्ग दलदल में तब्दील हो जाता है। ऐसे में यदि कोई बीमार पड़ जाए और वह चलने लायक न हो तो उसे खटिया में ही लादकर उपचार के लिए ले जाते हैं। ताजा मामला मंगलवार को प्रकाश में आया है। एक बुजुर्ग की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। ऐसे में परिजन बुजुर्ग को इलाज के लिए चारपाई पर लिटाकर ले गए और तकरीबन 4 किलोमीटर का सफर पैदल ही तय किया।

गांव में नहीं पहुँच पाती एम्बुलेंस

अजयगढ़ जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत छतैनी के सड़क विहीन ग्राम पिपराही में एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाती। जानकारी के अनुसार पिपराही निवासी लालमणि कोरी पिता बंशू कोरी उम्र 60 वर्ष बीते कई दिनों से बीमार चल रहे थे। बारिश के कारण समूचा मार्ग दलदल में तब्दील हो चुका था। परिजन उनका गांव में इलाज करवा रहे थे किंतु मंगलवार को तबीयत बिगड़ गई। मार्ग कीचड़युक्त होने के कारण यहां एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाती। ऐसे में ग्रामीणों ने बुजुर्ग को चारपाई पर लिटाकर कंधे के सहारे 4 किलोमीटर दलदलनुमा रास्ते से अस्पताल के लिए लेकर निकले। परिजन बुजुर्ग को लेकर छतैनी गांव पहुंचे तब जाकर मरीज को उपचार के लिए अजयगढ़ ले जाया गया।

अक्सर निर्मित होते हैं इस तरह के हालात

बारिश के दिनों में इस तरह के हालात ग्राम पंचायत छतैनी में अक्सर निर्मित होते हैं। मार्ग कीचड़युक्त होने के कारण यदि कोई बीमार पड़ जाता है तो परिजनों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। बीमार को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए कुछ इसी तरह का सहारा लिया जाता है। ग्रामीणों की मानें तो सप्ताह भर पूर्व एक गर्भवती महिला की हालत बिगड़ गई थी तब भी उसे खाट पर लादकर अस्पताल पहुंचाया गया था, तब जाकर उसकी जान बच सकी थी। सड़क नहीं होने से बीमार अथवा गर्भवती महिला को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस या जननी एक्सप्रेस की सुविधा लोगों को उपलब्ध नहीं हो पाती।

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