मध्यप्रदेश

एमपी व्यापम घोटाले के मामले में CBI ने 160 नए आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया है

एमपी व्यापम घोटाले के मामले में CBI ने 160 नए आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया है
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MP Vyapam Ghotala: साल 2013 में हुई प्री-मेडिकल टेस्ट (PMT) में हुई धांधली के मामले में सीबीआई ने 160 चिन्हित आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया है

MP Vyapam Ghotala: मेडिकल परीक्षा के मामले में देश का सबसे बड़ा घोटाला एमपी व्यापम घोटाला है, साल 2013 की प्री-मेडिकल टेस्ट (PMT) में बड़ी धांधली हुई थी. और इस मामले को लेकर एमपी में कई लोगों की हत्या भी हुई थी. इसी बीच सीबीआई ने PMT व्यापम घोटाले के 160 नए आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र जारी कर दिया है।

CBI Bhopal ने जिन 160 लोगों के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र दिया है उनमे तीन निजी मेडिकल कॉलेज के डीन हैं.इससे पहले इस मामले में 650 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल हो चुके हैं. सीबीआई के विशेष अभियोजक सतीश दिनकर ने बताया है कि व्यापम से जुड़े मामले की सुनवाई करने वाले जज नीतिराज सिंह सिसोदिया की विशेष अदालत में गुरुवार को 160 नए आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया है।

आरोपियों में बड़े-बड़े लोग शामिल

160 नए आरोपियों में एमपी के राज्य चिकित्सा शिक्षा निदेशालय के डीएमई के दो अधिकारी, व्यापम के पूर्व परीक्षा नियंत्रक पंकज द्विवेदी, चिरायु मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष अजय गोयनका, पीपुल्स मेडिकल कॉलेज के सुरेश सिंह भदौरिया के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है।

इन आरोपियों को 22 फरवरी से 12 मार्च के बीच कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए, कोर्ट में पेश किया जाएगा। आरोपियों को आरोप पत्र की कॉपी आरोप तय होने से पहले दी जाएगीं।

क्या है व्यापम घोटाला

पहले मेडिकल की पढाई करने के लिए PMT परीक्षा देनी पड़ती थी. इसी परीक्षा में बड़े-बड़े लोगों ने मिलकर खेल रचा था और पैसों के बदले लोगों को परीक्षा में नकल समार्गी और नकल की पूरी व्यवस्था मुहैया कराइ थी. कॉपी बांटने वाले से लेकर कॉलेजों के डीन और बड़े-बड़े नेताओं का नाम इस घोटाले में शामिल है। यह सिलसिला 1995 से चल रहा था और 2013 में इसका खुलासा हुआ था। साल 2015 में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच अपने हाथ में लेली थी.

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