मध्यप्रदेश

MP Veterinary Hospital Ambulance: एमपी में आज से शुरू होगी 406 पशु चिकित्सा एंबुलेंस, पशुओं का होगा घर बैठे इलाज, फटाफट ध्यान दे

MP Veterinary Hospital Ambulance: एमपी में आज से शुरू होगी 406 पशु चिकित्सा एंबुलेंस, पशुओं का होगा घर बैठे इलाज, फटाफट ध्यान दे
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MP Pashu Chikitsalay Ambulance, Animal Ambulance MP: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं गौ संवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वर नंद गिरी के प्रयास से अब मध्य प्रदेश के पशुपालकों को घर बैठे इलाज की सुविधा मिलेगी।

MP Veterinary Hospital Ambulance, एमपी पशु चिकित्सा एम्बुलेंस: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं गौ संवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वर नंद गिरी के प्रयास से अब मध्य प्रदेश के पशुपालकों को घर बैठे इलाज की सुविधा मिलेगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 12 मई को 406 पशु चिकित्सा एंबुलेंस का शुभारंभ करेंगे। उक्त आशय की जानकारी बोर्ड के उपाध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वर आनंद गिरी द्वारा दी गई है। एंबुलेंस 108 की तर्ज पर पशुओं के इलाज व्यवस्था की गई है। मध्यप्रदेश में पशुओं के बेहतर उपचार के लिए किया गया यह नवाचार बेहतर परिणाम लेकर सामने आएगा।

1962 पर करना होगा काल MP Pashu Chikitsalay Ambulance Helpline Number

कॉल सेंटर के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। बताया गया है कि पशुओं के बेहतर इलाज के लिए अब पशुपालकों को अपने मोबाइल फोन से 1962 नंबर डायल करना है और उन्हें अपने घर पर इलाज की सुविधा मिलेगी। कई बार देखा गया है कि पशुओं को समय पर इलाज न मिलने से बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं। लेकिन सरकार का यह प्रयास अगर सफल होता है तो अवश्य ही पशुधन की रक्षा में एक मील का पत्थर साबित होगा। आवश्यकता है तो सिर्फ प्रशासन के आला अधिकारियों द्वारा इसकी बेहतर निगरानी करने की।

चिकित्सक होंगे तैनात

बताया गया है कि इस एंबुलेंस में सरकार द्वारा बनाए गए नियम के अनुसार एक पशु चिकित्सक, पैरावेट और सहायक संचालक तैनात रहेंगे। 1962 पर कॉल करने के बाद यह कॉल सीधे राज्य स्तरी कॉल सेंटर में जाएगा। एंबुलेंस की निगरानी जीपीएस के माध्यम से होगी। पशुपालक के फोन लगाने के बाद उसमें कोई भी हीलाहवाली नहीं की जा सकता।

इन रोगों का होगा इलाज

बताया गया है कि मोबाइल पशु चिकित्सा एंबुलेंस के माध्यम से पशु का सामान्य उपचार, शल्य चिकित्सा, कृत्रिम गर्भधारण, रोग का परीक्षण कर पहचान करना जैसी सुविधाएं प्राप्त होगी। एंबुलेंस में आवश्यक उपकरण भी उपलब्ध रहेंगे।

बताया गया है कि एंबुलेंस का संचालन केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास से क्या जा रहा है। जानकारी के अनुसार एंबुलेंस संचालन में प्रतिवर्ष 77 करोड़ रुपए खर्च होंगे। जिसमें 40: 60 के अनुपात मे केंद्र और राज्य सरकार अंशदान करेंगी।

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