- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- एमपी के सूबेदार असम...
एमपी के सूबेदार असम में शहीद, रीवा के उमरी गांव में गार्ड ऑफ ऑनर देकर दी गई अंतिम विदाई
एमपी के सूबेदार असम में शहीद हो गए। ड्यूटी के दौरान उनको हार्ट अटैक आया था। जिसकी जानकारी जैसे ही अधिकारियों को हुई तो उन्हें मिलिट्री अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। किन्तु चिकित्सकों ने नब्ज टटोलते ही उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिनके निधन की सूचना परिजनों को देने के बाद प्रयागराज के रास्ते पार्थिव शरीर गृहग्राम पहुंचाया गया, जहां शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी गई।
प्रयागराज के रास्ते पहुंचाया पार्थिव शरीर
सेना के अफसरों ने बताया कि अरुण ड्यूटी कर रहे थे तभी उनको हार्ट अटैक आ गया। अधिकारियों द्वारा उन्हें मिलिट्री अस्पताल उपचार के लिए लाया गया किंतु चिकित्सकों द्वारा उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। असम से बनारस एयरपोर्ट होकर प्रयागराज के रास्ते शहीद का पार्थिव शरीर गृहग्राम उमरी पहुंचाया गया। अरुण मिश्रा असम में मराठा रेजिमेंट में तैनात थे। उनके दो बेटे हैं। बड़े बेटे द्वारा पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी गई।
लोगों की आंखें हुईं नम
एमपी रीवा के उमरी गांव निवासी अरुण मिश्रा असम में सूबेदार के पद पर पदस्थ थे। उनका पार्थिव शरीर जैसे ही गृहग्राम पहुंचा तो वीर सपूत को देखने के लिए हजारों की संख्या में उमरी गांव पहुंचे। यहां भारत माता की जय के उद्घोष लगाते हुए गांव में रैली निकाली गई। शहीद का पार्थिव शरीर देखकर लोगों की आंखें नम हो गईं। इस दौरान जिला प्रशासन के अधिकारी, जनप्रतिनिधि व लोगों ने पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन किया। अरुण मिश्रा अमर रहें के नारे से समूचा क्षेत्र गुंजायमान रहा। सेना के अफसरों द्वारा सैनिक सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया जिसके बाद अंतिम विदाई दी गई।
निधन की खबर सुन पत्नी हुईं बेहोश
दूरभाष के माध्यम से अधिकारियों द्वारा सूबेदार अरुण कुमार मिश्रा पुत्र जगदंबा प्रसाद मिश्रा 47 वर्ष निवासी उमरी के निधन की खबर परिजनों को दी गई। यह खबर सुनकर उनकी पत्नी बेहोश हो गईं तो वहीं बेटों की आंखों से भी आंसू नहीं थम रहे हैं। अरुण के शहादत की खबर सुनने के बाद ग्रामीण परिजनों को ढाढस बंधा रहे हैं। शहीद के निधन की खबर के बाद से गांव में मातम का माहौल है।