मध्यप्रदेश

एमपी में मां ने बेटे के हाथ में बंदूक देकर 9 लोगों पर चलवाई थी गोलियां, 6 की हो गई थी मौत, महिला गिरफ्तार

Sanjay Patel
8 May 2023 8:31 AM GMT
एमपी में मां ने बेटे के हाथ में बंदूक देकर 9 लोगों पर चलवाई थी गोलियां, 6 की हो गई थी मौत, महिला गिरफ्तार
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MP News: एमपी मुरैना के लेपा गांव में गत शुक्रवार को खूनी खेल को अंजाम दिया गया था। इस हत्याकांड में महिला ने बेटे के हाथ में बंदूक देकर 9 लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलवाई थीं।

एमपी मुरैना के लेपा गांव में गत शुक्रवार को खूनी खेल को अंजाम दिया गया था। जमीनी विवाद में 6 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में महिला ने बेटे के हाथ में बंदूक देकर 9 लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलवाई थीं। पुलिस के मुताबिक महिला बेटी को उंगली दिखाकर बता रही थी कि किस-किसको गोली मारनी है। जिस पर महिला को पुलिस ने रविवार को इटावा उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है। उस पर 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था।

फरार आरोपियों पर इनाम की राशि बढ़ी

मुरैना के लेपा गांव में हुए इस हत्याकांड में पुलिस द्वारा नौ लोगों को आरोपी बनाया गया था। जिसमें धीर सिंह और रज्जो देवी को पूर्व में ही गिरफ्तार किया जा चुका है। 6 लोगों को मौत के घाट उतारने वाले इस कांड में शामिल सात आरोपी अभी भी फरार हैं। सभी आरोपियों पर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। अब सात आरोपियों पर इनाम की राशि पुलिस ने बढ़ा दी है। इन पर अब 30-30 हजार रुपए का इनाम कर दिया गया है।

ये आरोपी अभी भी फरार

हत्याकांड में शामिल सात लोग अभी भी फरार हैं। जिनकी पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है। चंबल महानिरीक्षक सुशांत कुमार सक्सेना ने सभी फरार आरोपियों पर इनाम की राशि भी बढ़ा दी है। फरार आरोपियों में अजीत पुत्र वीरभान सिंह तोमर, भूपेन्द्र पुत्र सोवनर सिंह तोमर, सोनू पुत्र वीरभान सिंह तोमर, श्यामू पुत्र धीर सिंह तोमर, मोनू पुत्र धीर सिंह तोमर, रामू पुत्र धीर सिंह तोमर के साथ ही गौरव पुत्र सूरजभान सिंह तोमर शामिल हैं।

यह बना विवाद का कारण

एमपी का लेपा गांव भिड़ौसा गांव से सटा हुआ है। यहां पर दोनों पक्षों कचरा फेंकने को लेकर दस वर्ष पूर्व वर्ष 2013 में विवाद हुआ था। जिस पर आरोपी पक्ष के दो लोगों की हत्या कर दी गई थी। जिसके बदले की नीयत से इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया। गत शुक्रवार को ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर 6 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था। बताया गया है कि दस दिन पूर्व दोनों पक्षों में समझौता भी हुआ था। जिस पर गांव छोड़ चुका परिवार भरोसा करके दस वर्ष बाद गांव वापस लौटा था। जिन पर हमला कर दिया गया। मृतकों में सभी एक ही परिवार के लोग हैं। तीन लोग घायल हुए थे। जबकि तीन पुरुष और तीन महिलाओं की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी।

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