मध्यप्रदेश

एमपी: सत्र 2022-23 में भी निरंतर महाविद्यालयों में सेवा देंगे अतिथि विद्वान, हायर एजुकेशन ने दिया निर्देश

mp higher education department
x
MP News: विभाग ने स्पष्ट किया है कि रिक्त पदों के विरूद्ध कार्य करने वाले अतिथि विद्वानों के पद में अगर कोई नियमित नियुक्ति होती है तो उनकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी।

MP Bhopal News: महाविद्यालयों में सत्र 2022-23 में भी अतिथि विद्वान अपनी सेवा निरंतर देते रहेंगे। इस संबंध में हायर एजुकेशन (Higher Education) द्वारा निर्देश दिया गया है। बताया गया है कि अतिथि विद्वानों की सेवा नियमावली शर्त 17 दिसंबर 2019 के तहत ही रहेगी। इनका मानदेय भी इसी के आधार पर मिलता रहेगा। अपने पत्र में विभाग ने स्पष्ट किया है कि रिक्त पदों के विरूद्ध कार्य करने वाले अतिथि विद्वानों के पद में अगर कोई नियमित नियुक्ति होती है तो उनकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी। विभाग द्वारा फालेन आउट अतिथि विद्वानों का भी जिक्र किया गया है। अतिथि विद्वान महासंघ के अध्यक्ष डॉ. देवराज सिंह ने कहा कि नियमितीकरण के लिए अतिथि विद्वानों ने लंबा आंदोलन भी किया था। सरकार द्वारा अतिथि विद्वानों के नियमितिकरण के लिए अभी तक कोई नीति नहीं बनाई गई। सरकार द्वारा अतिथि विद्वानों का शोषण किया जा रहा है। अतिथि विद्वानों को नए सत्र में नई शिक्षा नीति के तहत नियमितिकरण का इंतजार था। लेकिन सरकार फिर अतिथि विद्वानों के साथ न्याय करने की बजाय उसी शोषणकारी अतिथि विद्वान व्यवस्था में झोंक रही है। अतिथि विद्वानों की सेवा शर्तां में कोई सुधार नहीं किया गया। डॉ.अशीष पाण्डेय ने कहा कि प्रवेश परीक्षा, प्रबंधन, अध्यापन, मूल्यांकन, चुनाव आदि समस्त कार्य अतिथि विद्वान वर्षों से करते आ रहे हैं। लेकिन सरकार द्वारा अतिथि विद्वानों के हित में कोई निर्णय नहीं लिया गया। न वेतन बढ़ा, न सुविधाएं।

Ankit Pandey | रीवा रियासत

Ankit Pandey | रीवा रियासत

Web Stories, Content Creator, Publisher

    Next Story