मध्यप्रदेश

MP Employees Update: एमपी के हर एक कर्मचारियों को हो रहा 50,000 रूपए का नुकसान

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MP Employees Update: एमपी के हर एक कर्मचारियों को हो रहा 50,000 रूपए का नुकसान! Loss of Rs 50,000 to each MP employee

MP Employees Update: कर्मचारी सरकार (employee government) द्वारा सौंपे गए कार्यों में लगा हुआ है। जिसके बदले में उसे हर महीने सरकार द्वारा निश्चित की गई तनख्वाह दी जाती है। वही समय-समय पर कर्मचारी के हितों की रक्षा करते हुए सरकार कई तरह के बत्तो में इजाफा करती है। लेकिन विगत कुछ दिनों से सरकार केवल वादे कर रही है उसे पूरा करने में ध्यान नहीं दे रही। यह बात जबलपुर में अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के संरक्षक योगेश दुबे जिला अध्यक्ष अटल उपाध्याय (Employees United Front Patron Yogesh Dubey District President Atal Upadhyay) ने कही है। इनका कहना है कि कर्मचारी का परिवार परेशान है तो वही प्रति कर्मचारी को करीब 50 हजार रुपए का नुकसान हो रहा है।

नहीं किया जा रहा एरियर का भुगतान

उक्त कर्मचारी संगठन अधिकारियों (the said employees organization officers) ने कहा है कि 10 लाख कर्मचारियों (employees) को 365 महंगाई भत्ता और 27 माह के एरियर का भुगतान न करने से कर्मचारी का परिवार परेशान है। वहीं प्रति कर्मचारी 50 हजार रुपए का नुकसान उठाकर सरकार की सेवा में लगा हुआ है। सरकार को इस को अवश्य ही ध्यान देना चाहिए। क्योंकि सरकार ही कर्मचारी के भरण पोषण के लिए जवाबदार होती है।

मिल चुका है DA

जानकारी के अनुसार केंद्रीय कर्मचारियों (central employees) को जनवरी 2022 से महंगाई भत्ता सैलरी (MP Dearness Allowance Salary) के साथ दिया जा चुका है। लेकिन प्रदेश सरकार अपने कर्मचारियों को 4 माह बीत जाने के बाद भी इसका लाभ नहीं दे पा रही है।

बताया गया है कि प्रदेश में 3 प्रतिशत जुलाई 19 में दिए जाने वाला डीजे 5 परीक्षा जनवरी 2020 दिया जाने वाला डीए 3 प्रतिशत वही जुलाई 2020 में दिए जाने वाला डीए 4 प्रतिशत। इस तरह जुलाई 2021 में दिए जाने वाले दिए को सरकार ने दो किस्तों में 8 प्रतिशत और मार्च 2022 के वेतन में 11 प्रतिशत दिया गया।

कर्मचारी संगठनों (employee organizations) का कहना है कि कर्मचारियों के एरियर का भुगतान न कर सरकार दबाए बैठी है। एक कर्मचारी के करीब 50000 रुपए एरियर का भुगतान नहीं किया गया है। जिसके लिए कर्मचारियों में सरकार के प्रति काफी असंतोष देखा जा रहा है।

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