मध्यप्रदेश

एमपी: 9 दिन पहले ही सामाप्त हो गया विधानसभा का बजट सत्र, अब सत्ता विपक्ष एक दूसरे पर लगा रहे आरोप

MP Budget Session 2022
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भारी हंगामें के बीच एमपी का विधानसभा सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।

मध्य प्रदेश विधानसभा सत्र न्यूज़: विधानसभा के बजट सत्र बुधवार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया, जबकि सत्र के लिए 25 मार्च तक का समय रखा गया था। उस हिसाब से सत्र 9 दिन पहले ही सामाप्त कर दिया गया है। सत्र के सामाप्त होने की घोषणा होते ही कांग्रेस विधायकों ने विरोध शुरू कर दिया। तो वही भाजपा के प्रवक्ता एवं प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ की सहमति के बाद ही सदन स्थगित किया गया है, जबकि पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने पलटवार करते हुए कहा है कि सरकार जनता के सवालों से बचना चाहती है।

जमीन पर लेट गए विधायक

वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा ने बुधवार को विधानसभा में विभागवार अनुदान बजट पेश करना शुरू किया। ऐसे संकेत मिले कि सदन की कार्रवाई आगे नहीं चलेगी। जिस पर कांग्रेस विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिए, इतना ही दो विधायक आसंदी के सामने लेट गए। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा सरकार जनता के सवालों के जवाब देने बचना चाहती है।

अब एक दूसरे पर लगा रहे आरोप

विधानसभा स्थगन को लेकर अब सत्ता एवं विपक्ष एक दूसरे अरोप लगा रहा है। पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि 18 दलों ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया है। संविधान में ऐसा नियम नहीं है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि आप नियम प्रक्रियाओं की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इसी तरह नरोत्तम मिश्रा एवं सज्जन सिंह वर्मा आदि ने विधानसभा स्थगन को लेकर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे है।

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