मध्यप्रदेश

MP BOARD EXAM 2023: 12वीं की बोर्ड परीक्षा में सामूहिक नकल, 15 शिक्षक, दो भृत्य सस्पेंड; 2 की सेवा समाप्त, प्राचार्य समेत 4 अन्य के निलंबन का प्रस्ताव भेजा

MP BOARD EXAM 2023: 12वीं की बोर्ड परीक्षा में सामूहिक नकल, 15 शिक्षक, दो भृत्य सस्पेंड; 2 की सेवा समाप्त, प्राचार्य समेत 4 अन्य के निलंबन का प्रस्ताव भेजा
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मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में 12वीं की बोर्ड परीक्षा में सामूहिक नकल का मामला सामने आने पर 15 शिक्षकों, दो भृत्यों को निलंबित कर दिया गया है, जबकि दो की सेवा समाप्त कर दी गई है. वहीं प्राचार्य और तीन शिक्षकों के निलंबन का प्रस्ताव भेज दिया गया है.

मध्यप्रदेश में इन दिनों बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन हो रहा है. इस बीच बैतूल जिले में परीक्षा में सुनियोजित तरीके से नक़ल कराने का मामला सामने आया है. प्रभुढाना के परीक्षा केंद्र में हुए इस सामूहिक नक़ल के मामले को कलेक्टर ने गंभीरता से लेते हुए प्राचार्य, माध्यमिक, प्राथमिक शिक्षकों और भृत्य समेत कुल 23 के खिलाफ निलंबन अथवा सेवा समाप्ति की कार्रवाई की है.

मामले को लेकर जिला शिक्षा विभाग के परीक्षा प्रभारी सुबोध शर्मा ने बताया कि 6 मार्च सोमवार को एमपी बोर्ड के 12वीं कक्षा का भौतिक शास्त्र, अर्थशास्त्र एवं अन्य वैकल्पिक विषयों का एग्जाम था. इस दौरान जिलास्तरीय उड़नदस्ता दल द्वारा शासकीय उमावि प्रभुढाना स्थित परीक्षा केंद्र का निरीक्षण किया गया, जिसमें परीक्षा केंद्र पर मौजूद शिक्षकों एवं भृत्यों द्वारा नक़ल सामग्री बनाए जाने के साथ सामूहिक नकल कराते हुए परीक्षार्थियों को अनुचित लाभ पहुंचाया जा रहा था.

शर्मा के अनुसार इस केंद्र में शासकीय उमावि प्रभुढाना एवं उमावि चुनालोह्मा के परीक्षार्थी बोर्ड परीक्षा में शामिल थें. इन्हीं दो स्कूलों के पांच शिक्षक एवं परीक्षा केंद्र में ड्यूटी दे रहें भृत्य मौजूद रहें, एक भृत्य परीक्षा केंद्र के 100 मीटर की परिधि में स्थित प्राथमिक शाळा भवन के कक्ष में बैठकर प्रश्नपत्र में आए प्रश्नों की नक़ल सामग्री तैयार करता हुआ पाया गया.

नियमानुसार परीक्षा के दौरान एग्जाम सेंटर के 100 मीटर के दायरे में किसी की भी अनाधिकृत उपस्थिति प्रतिबंधित होती है. इसके साथ ही परीक्षा कार्य में उसी शाला के शिक्षक, शिक्षिकाओं को पर्यवेक्षण कार्य सौंपे जाने की मनाही होती है, बावजूद इसके वे वहां मौजूद पाए गए.

मोबाइल फोन पर प्रश्नपत्र मौजूद थें

जिलास्तरीय उड़नदस्ता दल ने प्राथमिक शाळा भवन के कक्ष में मौजूद शिक्षक, शिक्षिकाओं के बयान दर्ज किए. मौके पर कक्ष में पाई गयी किताबों, परीक्षित विषय की गाइड, कार्बन पेपर (जिन पर नक़ल बनाए जाने का कार्य किया जा रहा था) एवं मोबाइल फोन जब्त किए गए और पंचनामा तैयार किया गया. शाला के कक्ष में पाए गए मोबाइल फोन पर उसी दिनांक के परीक्षा के प्रश्नपत्र के फोटो मौजूद थें.

एक्शन में कलेक्टर

परीक्षा केंद्र में सामूहिक नकल के मामले की जानकारी मिलते ही बैतूल कलेक्टर अमनबीर सिंह बैश एक्शन में आ गए और कड़ी कार्यवाई के निर्देश दिए. जिसके बाद एक हाई स्कूल प्राचार्य, दो उच्च माध्यमिक शिक्षक, पांच माध्यमिक शिक्षक, 10 प्राथमिक शाला शिक्षक, एक संविदा शाला शिक्षक एवं तीन भृत्य समेत कुल 22 लोक सेवकों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड/सेवा समाप्त किए जाने के निर्देश सहायक आयुक्त आदिम जाती कल्याण विभाग को जारी किए गए. जबकि एक माध्यमिक शिक्षक पर निलंबन की कार्यवाई जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से भेजे गए प्रस्ताव पर की जानी है.

कलेक्टर की नाराजगी के बाद परीक्षा केन्द्र उमावि प्रभुढाना के केन्द्राध्यक्ष, सहायक केन्द्राध्यक्ष सहित शासकीय हाईस्कूल चिखली (भीमपुर) के केन्द्राध्यक्ष को तत्काल हटाए जाने के निर्देश जारी किए गए. शिक्षा विभाग के उच्च माध्यमिक शिक्षक को निलम्बित किये जाने के निर्देश दिए गए. निर्देशों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन उमाशि एवं एक प्राचार्य हाईस्कूल के निलम्बन के प्रस्ताव आयुक्त स्तर पर प्रेषित किये गये.

सहायक आयुक्त अजाक विभाग द्वारा कलेक्टर के माध्यम से पांच माध्यमिक शिक्षक के निलम्बन के आदेश जारी करते हुए 10 प्राथमिक शिक्षक एवं दो भृत्य को तत्काल प्रभाव से परीक्षा जैसे संवेदनशील कार्य में लापरवाही बरतने के कारण निलम्बन किये जाने के आदेश जारी किए गए. साथ ही एक संविदा शाला शिक्षक एवं एक दैनिक वेतन भोगी भृत्य की सेवाएं समाप्त करने की कार्रवाई की गई.

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