मध्यप्रदेश

MP : अमरकंटक के महामंडलेश्वर पर आश्रम की महिला से दुष्कर्म का आरोप, मामला दर्ज, तलाश में जुटी पुलिस

MP : अमरकंटक के महामंडलेश्वर पर आश्रम की महिला से दुष्कर्म का आरोप, मामला दर्ज, तलाश में जुटी पुलिस
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MP Amarkantak News : अमरकंटक बर्फानी आश्रम के संचालक महामंडलेश्वर लक्ष्मण दास बालयोगी पर आश्रम की महिला ने दुर्ष्कम का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज करवाया है.

MP Amarkantak News : धर्म का चोला पहन कर लोगों को नैतिक शिक्षा देने वाले संत महात्माओं के कुर्कम की घटनाएं लगातार सामने आ रहीं है। ऐसी ही एक घटना एमपी के अमरकंटक (Amarkantak) से सामने आई है। जहां बर्फानी आश्रम (Baba Barfani Ashram) के संचालक महामंडलेश्वर लक्ष्मण दास बालयोगी पर आश्रम की महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज करवाया है। पुलिस महिला की शिकायत पर अपराध दर्ज करके आरोपी की तलाश कर रही है।

आश्रम में काम करती है बेवा महिला

पीड़ित महिला ने पुलिस को आवेदन पत्र देने के साथ ही बताया कि उसके पति की मौत हो गई थी। जिसके चलते वह आश्रम में चल रहे निर्माण कार्य में बतौर मजदूर काम करती थी। इस दौरान बाबा ने उसे आश्रम में काम दे दिया। वह अपने बच्चों के लालन-पालन के लिए आश्रम में काम करने लगी, लेकिन बाबा की मंशा का वह नहीं समझ पाई।

तरह-तरह की दे रहा धमकी

महिला का आरोप है कि लक्ष्मणदास बालयोगी ने एक दिन एक कमरे उसके साथ जबरदस्ती किया और उसे तरह-तरह की धमकी देकर न सिर्फ उसका मुंह बंद किया हुआ था बल्कि वह तकरीबन 5 वर्ष से उसका शरीरिक शोषण कर रहा है। बाबा के जुल्म से वह काफी परेशान थी। वह आश्रम से भागने की कोशिश भी की, लेकिन वह सफल नही हो पा रही थी।

बाबा फरार पुलिस कर रही तलाश

आश्रम में पांच वर्ष से महिला का शारीरिक शोषण करने वाले संत को जब पता चला कि उसके खिलाफ महिला ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है तो वह फरार हो गया। पुलिस आरोपी बाबा की तलाश करने में लगी हुई है।

ज्ञात हो कि लड़कियों और महिलाओं के साथ ऐसे कुकर्मी धर्म की आड़ में गलत काम कर रहे हैं। पीड़ित महिलाएं और युवतियां लोक लाज के भय से मामले को दबाकर रखती हैं। कुकर्म करने वाले कई ऐसे मठाधीश हैं जो कि जेल की सलाखों में है तो कई ऐसे भेड़िए अभी भी घूम रहे हैं। जिनका शिकार महिलाएं और बच्चियां हो रही हैं।

बालयोगी का राजनीति से रिश्ता

बर्फानी आश्रम के महंत लक्ष्मणदास का राजनीति से भी गहरा रिश्ता है। वे कोतमा विधानसभा से निर्दलीय चुनाव भी लड़ चुके हैं। वे कांग्रेस पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।

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