मध्यप्रदेश

MP : शादी में 10 लाेगों के शामिल होने की अनुमति दें, मुख्यमंत्री ने अफसरों को दिये कई निर्देश

News Desk
27 April 2021 11:12 AM GMT
MP : शादी में 10 लाेगों के शामिल होने की अनुमति दें, मुख्यमंत्री ने अफसरों को दिये कई निर्देश
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भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अफसरों को निर्देश दिए हैं कि शादी में 10 से ज्यादा लोगों के शामिल होने की अनुमति नहीं दें। यदि कोई इस निर्देश को नहीं मानता है तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए। कोरोना संक्रमण को रोकने और लोगों की जिंदगी बचाने के लिए अब कड़ाई करना भी जरुरी है। बता दें कि भोपाल और इंदौर में जिला प्रशासन ने 30 अप्रैल तक शादियों पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश अफसरों और मंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक में दिये हैं।

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अफसरों को निर्देश दिए हैं कि शादी में 10 से ज्यादा लोगों के शामिल होने की अनुमति नहीं दें। यदि कोई इस निर्देश को नहीं मानता है तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए। कोरोना संक्रमण को रोकने और लोगों की जिंदगी बचाने के लिए अब कड़ाई करना भी जरुरी है। बता दें कि भोपाल और इंदौर में जिला प्रशासन ने 30 अप्रैल तक शादियों पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश अफसरों और मंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक में दिये हैं।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन की मांग बढ़ती जा रही है। ऐसे में ऑक्सीजन के अपव्यय को रोकना भी जरुरी है। उन्होंने कहा कि मेरा अधिकांश समय ऑक्सीजन की व्यवस्था करने में लगता है। ऑक्सीजन ऑडिट होना चाहिए। खंडवा जिले उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा ऑक्सीजन की फिजूलखर्ची ना हो, अफसरों के साथ मंत्रियों को इस पर ध्यान देना चाहिए।

जरुरत न होते हुए भी लगा रहे ऑक्सीजन

मुख्यमंत्री ने कहा कि कई बार अस्पताल में मरीजों को जितनी जरूरत है उससे कहीं ज्यादा ऑक्सीजन लगा देते हैं। लो फ्लो में काम चल सकता है, तब भी हाई फ्लो दे दिया। इसलिए ऑकसीजन ऑडिट जरुरी है। उन्होंने स्टेप डाउन योजना पर काम करने के लिए भी कहा है। यानी अगर व्यक्ति आईसीयू में ठीक हो जाता है तो ऑक्सीजन बेड पर उसे न ले आएं। अगर कोई मरीज ऑक्सीजन बेड पर है और उसकी स्थिति में सुधार है तो उसे हाई फ्लो नहीं लो फ्लो ऑक्सीजन दी जाना चाहिए।

पंचायत भवनों को बनाए क्वारेंटीन सेंटर

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत भवन हो, चाहे स्कूल हो, अभी यह सब बंद हैं। यहां क्चारेंटीन सेंटर बनाया जाए। यदि गांव में कोई पॉजिटिव मरीज मिलता है तो उसे तत्काल यहां शिफ्ट किया जाए ताकि उसके परिवार में अन्य सदस्य संक्रमित होने से बचाए जा सकें।

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