मध्यप्रदेश

मध्यप्रदेश के इंदौर एवं भोपाल में मास्क अनिवार्य, मेलों के संबंध में फैंसला आपदा प्रबंधन के जिम्मे

Aaryan Dwivedi
23 Feb 2021 3:14 AM GMT
मध्यप्रदेश के इंदौर एवं भोपाल में मास्क अनिवार्य, मेलों के संबंध में फैंसला आपदा प्रबंधन के जिम्मे
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देश में कोरोना ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है. महाराष्ट्र और केरल में कोरोना के नए मामले तेजी से मिल रहे हैं. वही मध्य प्रदेश नौवें स्थान पर है, फिर भी एहतियात के तौर पर मध्य प्रदेश सरकार कोरोना के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए पहले से ही सतर्क है. भोपाल और इंदौर में मास्क अनिवार्य कर दिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर से कहा है कि सभी जिलेे में महाराष्ट्र सेेेे आने वाले लोगों का परीक्षण करवाएं. शिवरात्रि के पर्व पर प्रदेश में लगने वाले मेलों में सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है. बताया गया कि छिंदवाड़ा और बैतूल में लगने वाले मेलों में महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में लोग आते हैं. यहां सावधानी बरतना जरूरी है. बैठक के बाद अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा ने इंदौर, भोपाल, होशंगाबाद, बैतूल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, बड़वानी, खंडवा, खरगोन, बुरहानुपर व आलीराजपुर और महाराष्ट्र की सीमा से लगे जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि समूह की बैठक में यह तय करें कि मेले आयोजित करने हैं या नहीं. यदि मेले आयोजित किए जाने हैं तो फिर उसके स्वरूप और बंधनकारी शर्तों के प्रस्ताव स्पष्ट रूप से तय किए जाएं. महाराष्ट्र से आने वालों का राज्य की सीमा पर, जहां आवश्यक हो, तापमान लेने की व्यवस्था की जाए.

देश में कोरोना ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है. महाराष्ट्र और केरल में कोरोना के नए मामले तेजी से मिल रहे हैं. वही मध्य प्रदेश नौवें स्थान पर है, फिर भी एहतियात के तौर पर मध्य प्रदेश सरकार कोरोना के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए पहले से ही सतर्क है. मध्य प्रदेश सरकार ने भोपाल और इंदौर में मास्क अनिवार्य कर दिया है.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर से कहा है कि सभी जिलेे में महाराष्ट्र सेेेे आने वाले लोगों का परीक्षण करवाएं. शिवरात्रि के पर्व पर प्रदेश में लगने वाले मेलों में सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है.

बताया गया कि छिंदवाड़ा और बैतूल में लगने वाले मेलों में महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में लोग आते हैं. यहां सावधानी बरतना जरूरी है. बैठक के बाद अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा ने इंदौर, भोपाल, होशंगाबाद, बैतूल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, बड़वानी, खंडवा, खरगोन, बुरहानुपर व आलीराजपुर और महाराष्ट्र की सीमा से लगे जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि समूह की बैठक में यह तय करें कि मेले आयोजित करने हैं या नहीं. यदि मेले आयोजित किए जाने हैं तो फिर उसके स्वरूप और बंधनकारी शर्तों के प्रस्ताव स्पष्ट रूप से तय किए जाएं. महाराष्ट्र से आने वालों का राज्य की सीमा पर, जहां आवश्यक हो, तापमान लेने की व्यवस्था की जाए.

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