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CORONAVIRUS से मौत के मामले में Maharashtra के बाद Madhya Pradesh का दूसरा नंबर

CORONAVIRUS से मौत के मामले में Maharashtra के बाद Madhya Pradesh का दूसरा नंबर
MADHYPRADESH के INDORE में CORONA संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। 24 घंटे के अंदर INDORE में दो लोगों की मौत हो गई है। वहीं, CORONA संक्रमण के कारण MADHYPRADESH में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है। अकेले INDORE में CORONA संक्रमण के करीब 32 मामले सामने आ चुके हैं। MADHYPRADESH के जबलपुर, भोपाल, INDORE, शिवपुरी, उज्जैन और ग्वालियर में सक्रमण का मामला सामने आया है। 30 मार्च से INDORE में तीन दिनों का सम्पूर्ण लॉक डाउन है उसके बाद भी INDORE के लोग गंभीर नहीं हुए हैं।
पांच दिनों में बढ़े संक्रमण के मामले CORONA संक्रमण के मामले में मध्य प्रदेश देश में दसवें नंबर पर है। लेकिन, शहरों की बात करें तो 24 मार्च तक CORONA मुक्त रहा INDORE बीते पांच दिनों में देश के सबसे संक्रमित शहरों की सूची में आठवें नंबर पर पहुंच गया है।
INDORE में मरीज बढ़ने की रफ्तार रविवार तक 380% थी लेकिन यहां संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने की रफ्तार 540% हो गई है।
मौत के मामले में दूसरे नंबर पर MADHYPRADESH में CORONA संक्रमण के कारण अब तक 5 लोगों की मौत हो गई है। CORONA संक्रमण के कारण सबसे ज्यादा मौतें अभी तक महाराष्ट्र में हुई हैं।
महाराष्ट के बाद MADHYPRADESH दूसरे स्थान पर है। वहीं, गुजरात में भी मरने वालों की संख्या 5 हो गई है।
MADHYPRADESH में कितने मामले CORONA संक्रमण के मरीजों की संख्या MADHYPRADESH में 47 हो गई है। हाई रिस्क पर पहुंच चुके INDORE में CORONAवायरस से प्रभावित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सोमवार को यहां CORONAवायरस 8 नए मामले सामने आए।
क्यों बढ़ रहे हैं मरीज भारत अभी CORONA संक्रमण के दूसरे स्टेज में हैं। तीसरे स्टेज में पहुंचने से रोकने के लिए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया है। MADHYPRADESH में अकेले INDORE में सबसे तेजी से मामले बढ़ रहे हैं।
INDORE में संक्रमण बढ़ने का मुख्य कारण लॉकडाउन का पालन नहीं करना बताया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की अपील की थी। लेकिन INDORE में शाम को पांच बजे के बाद लोगों की भीड़ जमा हो गई थी।
वहीं, संम्पूर्ण लॉक डाउन में भी दूध के लिए लोगों की भीड़ जमा हो रही है और लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं।