मध्यप्रदेश

Locust Attack: चंद घंटों में बड़े-बड़े पेड़ों की पत्तियां हो जाती हैं गायब, किसानों ने कहा अब फसलें कैसे बचेंगी

Locust Attack: चंद घंटों में बड़े-बड़े पेड़ों की पत्तियां हो जाती हैं गायब, किसानों ने कहा अब फसलें कैसे बचेंगी
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MP Mandla Tiddi Attack News In Hindi: किसानों के अनुसार जिस पेड़ पर टिड्डी का दल कुछ घंटों के लिए रुक जाता है तो उस पेड़ की पत्तियां ही गायब हो जाती हैं। पेड़ पूरी तरह ठूंठ में तब्दील हो जाता है।

MP Mandla Tiddi Attack News In Hindi: पूर्व में वैज्ञानिकों द्वारा बताया गया था कि इस वर्ष टिड्डियों का आतंक (Locust Attack) हो सकता है। लेकिन हाल के दिनों में टिड्डियों का यह आतंक शुरू हो गया है। मध्य प्रदेश के मंडला जिले में टिड्डियों का आतंक (Mandla Tiddi Attack) देखा जा रहा है। किसानों का कहना है कि जिस पेड़ पर टिड्डी का दल कुछ घंटों के लिए रुक जाता है तो उस पेड़ की पत्तियां ही गायब हो जाती हैं। पेड़ पूरी तरह ठूंठ में तब्दील हो जाता है।

यहां है आतंक

जानकारी के अनुसार मंडला जिले (Mandla District) के बीजाडांडी विकासखंड क्षेत्र के धनवाही गांव में टिड्डियों का आतंक इस समय देखा जा सकता है। धनवाही गांव के किसानों का कहना है कि यह टिड्डी दल (Tiddi Dal) हरे भरे पेड़ों को चंद घंटों में पूरी तरह से नष्ट कर देता है। वहीं धीरे-धीरे अब टिड्डियों का आतंक (Tiddi Attack) गांव में खेतों में भी देखने को मिल रहा है।

किसानों की बढ़ी चिंता

खाद बीज के लिए मारामारी करने के बाद किसी तरह से किसानों ने बोनी तो कर दी है। लेकिन अब टिड्डियों का आतंक उन्हें सता रहा है। किसानों का कहना है कि अगर टिड्डी दल खेतों तक पहुंच गए तो फसल को बचाना मुश्किल हो जाएगा।

एक टिड्डी पैदा करती है 450 बच्चे

टिड्डियों की संख्या बढ़ने का एक मुख्य कारण यह है कि एक मादा टिड्डी अपने जीवन भर में 3 बार अंडे देती है। एक बार में वह 150 तक अंडे देती है। इस तरह वह अपने पूरे जीवन काल में करीब 450 बच्चे पैदा करने के लिए अंडे दे सकती है। इनका कुनबा बहुत तेजी के साथ फैलता है। टिड्डी की आयु 3 से 5 महीने का है। लेकिन वृद्धि दर ज्यादा होने से यह बहुत ही घातक होती हैं।

घातक है रेगिस्तानी टिड्डी

जानकारों की माने तो दुनिया भर में करीब 10,000 से अधिक टिड्डियों की प्रजाति पाई जाती है। लेकिन भारत में मुख्यतः तीन टिड्डियों की प्रजाति है। जिसमें रेगिस्तानी टिड्डी (Desert Locust) सबसे खतरनाक बताई गई है। इसके अलावा प्रभा टिड्डी, मुंबई टिड्डी, और पेड़ वाला टिड्डी शामिल है। बताते हैं कि रेगिस्तानी टिड्डी जिस पेड़ पर बैठ जाती हैं उसके पत्तों को चंद मिनटों में साफ कर सकती हैं। यह एक समूह में उड़ती हैं।

फसलों को भी इनसे बहुत नुकसान होता है। ऐेसे में किसानों का चिंतित होना लाजमी है। टिड्डी के आतंक की जानकारी जिला प्रशासन के साथ ही कृषि विभाग को किसानों द्वारा दी गई है। वहीं गावों के स्थानीय कृषि विभाग के कर्मचारी भी नजर बनाए हुए हैं।

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

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