मध्यप्रदेश

एमपी में पहली बार पैकेजिंग में मिलेंगे कड़कनाथ के अंडे, भेजे जाएंगे देश-विदेश, यह रहेगी कीमत

Sanjay Patel
18 May 2023 11:26 AM GMT
एमपी में पहली बार पैकेजिंग में मिलेंगे कड़कनाथ के अंडे, भेजे जाएंगे देश-विदेश, यह रहेगी कीमत
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MP News: मध्यप्रदेश में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब कड़कनाथ के अंडे पैकेजिंग में मिलेंगे। जिसकी कीमत भी तय कर दी गई है।

मध्यप्रदेश में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब कड़कनाथ के अंडे पैकेजिंग में मिलेंगे। जिसकी कीमत भी तय कर दी गई है। प्रशासन कड़कनाथ की देश-विदेश में बढ़ती डिमांड को देखते हुए अब ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर भी इसे बेचने की योजना बना रहा है। कड़कनाथ उत्पादक सहकारी संगठन द्वारा तैयार की गई पैकेजिंग की शुरुआत बुधवार को जिले के प्रभारी व शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने की।

पैकेजिंग में रहेंगे एक दर्जन अंडे

एमपी झाबुआ के प्रसिद्ध कड़कनाथ मुर्गी के अंडे भी अब पैकेजिंग में मिलेंगे। एक पैकेट में एक दर्जन अंडे रहेंगे। जिसकी कीमत 499 रुपए होगी। यानी कि एक अंडे की कीमत 41 रुपए 58 पैसे पड़ेगी। देश-विदेश में इस अंडे की मांग बढ़ती जा रही है। ऐसे में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर भी इसे बेचने की योजना बनाई जा रही है। इसके पैकेजिंग की शुरुआत भी कर दी गई है। स्व सहायता समूह की आदिवासी महिलाएं अंडों की पैकेंजिंग का कार्य करेंगी। जिसे देश-विदेश में भेजा जाएगा। समूह से 600 से अधिक आदिवासी महिला उद्यमी जुड़ी हुई हैं। कृषि विज्ञान केन्द्र, पशुपालन विभाग और डेयरी विभाग सहित राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तकनीकी सहयोग से महिलाएं कड़कनाथ की फार्मिंग करती हैं।

ऐप के जरिए भी किए जा सकेंगे ऑर्डर

कड़कनाथ अंडे की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। जिसको ध्यान में रखते हुए इसके पैकेजिंग का कार्य शुरू किया गया है। हालांकि कड़कनाथ के चूजों और अंडों की सप्लाई पहले से की जा रही है किंतु इसे कुछ खास संस्थान ही बाहर भेजते रहे हैं। पैकेजिंग होने से इसकी मार्केटिंग और आसान होगी। इसके साथ ही कड़कनाथ ऐप के जरिए भी ऑर्डर किए जा सकेंगे। समूह की महिलाओं द्वारा एक केन्द्र तैयार किया गया है जहां से इसकी सप्लाई की जा सकेगी।

कड़कनाथ की तीन वैरायटी

कड़कनाथ की तीन वैरायटी होती हैं जो इसके रंग के आधार पर तय की जाती हैं। पहली वैरायटी जेड ब्लैक, दूसरी गोल्डन जबकि तीसरी पेंसिल्ड लाइन वैरायटी है। कड़कनाथ के मीट में 25 प्रतिशत प्रोटीन पाया जाता है। जबकि साधारण चिकन में 18 से 20 प्रतिशत ही प्रोटीन रहता है। कड़कनाथ मीट को जुलाई 2018 में जियोग्राफिकल इंडिकेशन (जीआई) टैग भी मिल चुका है। देश सहित विदेशों में भी इसके अंडों की डिमांड बढ़ती जा रही है।

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