मध्यप्रदेश

Good News: एमपी के उज्जैन ही नहीं अब अंतरिक्ष में भी गूंजेगा जय बाबा महाकाल, जानिए कैसे

Sanjay Patel
7 April 2023 9:56 AM GMT
Good News: एमपी के उज्जैन ही नहीं अब अंतरिक्ष में भी गूंजेगा जय बाबा महाकाल, जानिए कैसे
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MP News: मध्यप्रदेश के उज्जैन में बाबा महाकाल का मंदिर स्थापित है। अब बाबा महाकाल का नाम केवल उज्जैन ही नहीं बल्कि अंतरिक्ष में भी गूंजेगा।

मध्यप्रदेश के उज्जैन में बाबा महाकाल का मंदिर स्थापित है। अब बाबा महाकाल का नाम केवल उज्जैन ही नहीं बल्कि अंतरिक्ष में भी गूंजेगा। देश के वैज्ञानिक अंतरिक्ष में भारत की शक्ति को बढ़ाने और पूरे विश्व में भारत को सर्व शक्तिमान बनाने के लिए अंतरिक्ष में एक सैटेलाइट स्थापित करने वाले हैं। यह सैटेलाइट बाबा महाकाल के नाम पर रहेगी।

अंतरिक्ष में स्थापित होगी सैटेलाइट

उज्जैन के बाबा महाकाल का सैटेलाइट अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक स्थापित हो सके इसके लिए केरल राज्य की राजधानी तिरुअनंतपुरम में एक शताब्दी प्रपंच यज्ञ का भी आयोजन किया गया है। जिसमें भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस सोमनाथ भी शामिल हुए। यहां पूजन-अर्चन एवं यज्ञ में आहुति देने के बाद इसरो प्रमुख ने कहा कि देश के वैज्ञानिक अंतरिक्ष में भारत की शक्ति केा बढ़ाने और पूरे विश्व में भारत को सर्व शक्तिमान बनाने के लिए अंतरिक्ष में सैटेलाइट स्थापित करने वाले हैं यह बाबा महाकाल के नाम पर रहेगी।

भारत विश्व का शक्तिमान बने की कामना

तिरुअनंतपुरम में एक शताब्दी प्रपंच यज्ञ के प्रमुख आचार्य महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित रमन त्रिवेदी थे। इन्होंने बताया कि वैज्ञानिक श्रीधर की कामना है कि अंतरिक्ष में भारत की शक्ति और बढ़े। इसके साथ ही भारत विश्व का शक्ति बने। जिसके लिए महाकाल के नाम से सैटेलाइट की स्थाना अंतरिक्ष में की जाएगी। पूरे भारत वर्ष के 1100 ब्राह्मणों के साथ ही चार वेदों के आचार्यों द्वारा यह यज्ञ किया गया।

अंतरिक्ष में गूंजेगा जय महाकाल का उद्घोष

मां पूर्णा मिकाव के आंगन में जनकल्याण और भारत को अंतरिक्ष में सर्व शक्तिमान बनाने के लिए यज्ञ किया जा रहा है। जिसमें इंडियन रिसर्च इंस्टीट्यूट के चेयरमैन वैज्ञानिक सोमनाथ श्रीधर पणिकर ने सपरिवार शामिल होकर पूजा अर्चना कर हवन में आहुति प्रदान की। इस यज्ञ में केन्द्रीय फिशरिज एनमिल डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, माता सिन्हा गायत्री देवी, शैलेन्द्र व्यास का शाल, श्रीफल और मोमेंटो द्वारा केरल के पारंपरिक वाद्य यंत्रों की मंगल ध्वनि के साथ मंत्रोच्चार से अभिनंदन किया गया।

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