मध्यप्रदेश

Indore : अस्पतालों में सक्रिय बच्चा चोर गिरोह को एसटीएफ पुलिस ने पकड़ा, मोटी रकम पर निःसंतानों को बेचने का मामला

Aaryan Dwivedi
21 Feb 2021 7:50 PM GMT
Indore : अस्पतालों में सक्रिय बच्चा चोर गिरोह को एसटीएफ पुलिस ने पकड़ा, मोटी रकम पर निःसंतानों को बेचने का मामला
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इंदौर। मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में संचालित निजी नर्सिंग होंमों सहित अन्य अस्पतालों में बच्चा चोरी कर निःसंतान दम्पत्तियों को बेचने कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। मामले की शिकायत सामाजिक संस्था भोपाल द्वारा एडीजी इंटेलीजेंस को भेजी गई थी। जिसके बाद मामला एसटीएफ को सौंपा गया। जहां पुलिस की एसटीएफ टीम ने बच्चा चोर गिरोह का पर्दाफास किया है। गिरोह के द्वारा निजी एवं

Indore : अस्पतालों में सक्रिय बच्चा चोर गिरोह को एसटीएफ पुलिस ने पकड़ा, मोटी रकम पर निःसंतानों को बेचने का मामला

इंदौर। मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में संचालित निजी नर्सिंग होंमों सहित अन्य अस्पतालों में बच्चा चोरी कर निःसंतान दम्पत्तियों को बेचने कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। मामले की शिकायत सामाजिक संस्था भोपाल द्वारा एडीजी इंटेलीजेंस को भेजी गई थी। जिसके बाद मामला एसटीएफ को सौंपा गया। जहां पुलिस की एसटीएफ टीम ने बच्चा चोर गिरोह का पर्दाफास किया है। गिरोह के द्वारा निजी एवं शासकीय अस्पतालों से बच्चा चोरी कर निःसंतान दम्पत्तियों को मुंह मांगी रकम पर बेच दिया जाता था। इंदौर की एसटीएफ टीम ने बच्चा चोर गिरोह में शामिल चार आरोपियों को रविवार को पकड़ा है जिनमें तीन महिलाएं शामिल हैं। साथ ही दो बच्चे भी मिले हैं। जिनमें एक बच्चा रतलाम के इंजीनियर के यहां मिला है जो 13 साल पूर्व इंदौर के यश अस्पताल से खरीदा गया था। पुलिस आरोपियों से जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है।

मामले में एसटीएफ ने देवास के निगम कर्मी शिरीष इंदूरकर समेत पत्नी सुधा, पड़ोसी पुष्पा, दाई लीलाबाई को पकड़ा है। जिन पर आरोप है कि वर्ष 2011 में यश अस्पताल से बच्चा खरीदा गया था। बच्चा अब 10 वर्ष का हो चुका है। पुलिस की पूछताछ में लीलाबाई ने बताया कि वह अस्पताल में मालिस का काम करती थी। जहां डाक्टर से पहचान होने के कारण शिरीष और सुधा के बारे बताया और बच्चा दिलवा दिया। इसी तरह एक अन्य मामले में ग्वालियर की मनीषा गाड़के का बच्चा 2013 में अगवा हुआ। जिसके गुमशुदगी की शिकायत थाने में दर्ज कराई गई। गुमशुदा बच्चे के बारे में पता चला है कि वह इंदौर की एक निजी बोर्डिंग स्कूल में पढ़ता है। यह बच्चा गिरोह के माध्यम से किसी व्यक्ति को बिकवाया गया था, पुलिस उस व्यक्ति की जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है।

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