मध्यप्रदेश

एमपी में पटवारी को कितनी मिलती है सैलरी, किस हद तक होता है प्रमोशन, क्या मिलती हैं सुविधाएं? जानें सब कुछ

MP Patwari Salary
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MP Patwari Salary In Hindi: कई लोगों की मनसा पटवारी बनकर सरकारी नौकरी हासिल करना है तो वही कुछ लोग पटवारी की इस छोटी नौकरी के सहारे बड़े ओहदे तक पहुंचने का सपना लिए होते हैं।

Madhya Pradesh Patwari Salary In Hindi, MP Mei Patwari Ki Salary: इन दिनों मध्यप्रदेश में पटवारी भर्ती की चर्चा जोरों पर है। पटवारी भर्ती की परीक्षा में लाखों अभ्यार्थी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। कई लोगों की मनसा पटवारी बनकर सरकारी नौकरी हासिल करना है तो वही कुछ लोग पटवारी की इस छोटी नौकरी के सहारे बड़े ओहदे तक पहुंचने का सपना लिए होते हैं। क्योंकि पटवारी की नौकरी डिप्टी डायरेक्टर राजस्व तक जाती है। अगर नौकरी पाने के बाद अपनी योग्यता है तो आप यह सब हासिल कर सकते हैं। आइए पटवारी के संबंध में जानकारी एकत्र करें।

कैसे होता है चयन

मध्य प्रदेश में पटवारियों का चयन करने के लिए एमपी प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड एमपीपीईबी द्वारा परीक्षा आयोजित की जाती है। इस परीक्षा के बाद उत्तीर्ण होने और मेरिट में स्थान पाने वाले अभ्यर्थियों को नौकरी प्राप्त होती है।

बताया गया है कि चयनित होने वाले उम्मीदवारों को 2 वर्ष प्रोबेशन पीरियड मे रखा जाता है। जिसमे 6 महीने की ट्रेनिंग होती है। इसके पश्चात उम्मीदवारों को नियुक्ति और ट्रेनिंग की दक्षता प्रमाणित करने के लिए विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है।

क्या है पटवारी के कार्य

पटवारी की नौकरी मिलने के बाद यह भी जानना आवश्यक है कि उन्हें क्या करना होगा। बताया गया है कि पटवारी को कई तरह की जिम्मेदारियां निभानी पड़ती है। इनका मूल कार्य राजस्व विभाग में होता है लेकिन आज सरकार द्वारा कई तरह के कार्य पटवारियों द्वारा लिए जाते हैं। पटवारियों पर कई तरह के दायित्व होते हैं। क्योंकि पटवारी एक मैदानी कर्मचारी है। ऐसे में के दायित्व बढ़ जाते हैं।

बताया गया है कि पटवारी का मुख्य कार्य अभिलेखों का रखरखाव करना। भूमि संबंधी हस्तांतरण के रिकॉर्ड तैयार करना। भूमि की खरीदी बिक्री में पटवारी की मौजूदगी। सरकारी योजनाओं का लाभ किसानों को प्राप्त हो इसके प्रिय सदैव प्रयासरत रहना। हल्का क्षेत्र में हो रही कार्यों गतिविधियों पर नजर रखना आदि कार्य होते हैं।

पटवारी को समय-समय पर प्रमोशन का लाभ भी दिया जाता है। अगर प्रमोशन पर नजर बनाए तो पता चलता है कि पटवारी की नौकरी के बाद पदोन्नति के बाद पटवारी डीडीए नायब तहसीलदार, तहसीलदार तथा डिप्टी डायरेक्टर राजस्व के पद तक पहुंच सकता है।

कितनी मिलती है सैलरी

मध्यप्रदेश के पटवारियों को सातवें वेतन आयोग के दिशा निर्देश पर पे बैंड 1 के साथ वेतन का भुगतान किया जा रहा है। पटवारी का मूल वेतन 52000 से 20200 रुपए के बीच है। इसके अलावा पटवारियों को कई तरह के भत्ते भी दिए जाते हैं जिसमें महंगाई भत्ता, मकान किराया भत्ता, यात्रा भत्ता, बच्चों की शिक्षा भत्ता, चिकित्सकीय सुविधाएं, लिव यात्रा भत्ता, निर्वाह भत्ता, ट्रांसफर पर टीए, सेवानिवृत्त पर टीए दिया जाता है।

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