मध्यप्रदेश

मंत्रियों संग CM शिवराज की हाई लेवल बैठक, बाढ़ से निपटने दिए कई निर्देश

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मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) इन दिनों बाढ़ की चपेट में है। ज्यादातर जिलों में स्थिति भयावह हो चुकी है।

मध्य प्रदेश इन दिनों बाढ़ की चपेट में है। ज्यादातर जिलों में स्थिति भयावह हो चुकी है। इन हालातों को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों और अधिकारियों की एक हाई लेवल बैठक की। साथ ही मुख्यमंत्री ने बाढ़ के हालातों के बारे में देश के प्रधानमंत्री को जानकारी दी। वही आपदा के समय केंद्र द्वारा आर्मी और एनडीआरएफ की तुरंत मदद मिलने तथा मार्गदर्शन के लिए प्रधानमंत्री को हृदय से धन्यवाद दीया।

सीएम ने दी पीएम को जानकारी

सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया गया एक ट्वीट जिसमें उन्होंने बताया कि बुधवार 24 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात हुई। उन्हे प्रदेश के हालात के बारे में बताया गया। साथ ही उन्होंने बताया कि प्रधान मंत्री को बेतवा नदी में आई भीषण बाढ़ की वजह से प्रदेश के प्रभावित रायसेन, गुना, राजगढ़, सागर, भोपाल सहित अन्य स्थानों के बारे में बताया। समय पर एनडीआरएफ है और आर्मी की मदद के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद भी दिया है।

सीएम निवास पर हुई बैठक

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निवास पर हाई लेबल बैठक बुलाई गई। जिसमें मंत्री तुलसी सिलावट के साथ ही विभागों के सचिव और आला अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि बांध और नदियों के जलस्तर की समीक्षा करते रहें। जैसे ही बाढ़ क्षेत्र का पानी निकले तुरंत ही पेयजल और विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था सबसे पहले सुनिश्चित की जाए।

सीएम ने अधिकारियों को कहा कि बाढ़ की वजह से कई जगह के खंभे टूट गए हैं ट्रांसफार्मर डूब गए हैं। ऐसे में आवश्यक है कि उन्हें ठीक करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किए जाएं। जहां नदी रपटों के पुल टूट गए हैं उन्हें ठीक करवाने के लिए तुरंत कार्य शुरू किया जाए।

बाढ़ के बाद फेलने वाली बीमारी को ध्यान में रखते हुए मेडिकल टीम को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। बीमारी न फैले इस बात को ध्यान में रखते हुए साफ सफाई तथा मृत पशु, जीव-जंतुओं को हटाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

उन्होंने कहा किसानों को बहुत जल्दी राहत दी जाएगी। इसके लिए युद्ध स्तर पर अधिकारी जुटकर नुकसान का आकलन करें। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्र में दवा वितरण, भोजन वितरण सहित अन्य आवश्यक सामग्रियों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

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