मध्यप्रदेश

जूडा के हड़ताल पर GMC प्रबंधन सख्त, हॉस्टल खाली करवाने का नोटिस जारी, एस्मा के तहत FIR की चेतावनी

जूडा के हड़ताल पर GMC प्रबंधन सख्त, हॉस्टल खाली करवाने का नोटिस जारी, एस्मा के तहत FIR की चेतावनी
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गांधी मेमोरियल कॉलेज, भोपाल (जूडा हड़ताल)

जूडा के अनिश्चितकालीन हड़ताल को ध्यान में रखते हुए गांधी मेडिकल कालेज (GMC) प्रबंधन ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है।

भोपाल। जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल का साफ असर अस्पताल की व्यवस्थाओं पर पड़ रहा है। तो वहीं गांधी मेडिकल कालेज (GMC) के प्रबंधन का कहना है कि जूडा के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य सेवाओं पर असर नहीं है। सीनियर डॉक्टरों ने मोर्चा सम्हाल लिया हैं। रोगियो को अस्पताल में कोई परेशानी न हो इसका ख्याल रखा जा रहा है। लेकिन अनिश्चितकालीन हड़ताल को ध्यान में रखते हुए गांधी मेडिकल कालेज (GMC) प्रबंधन ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। जूडा पदाधिकारियों को नोटिस जारी करते हुए हॉस्टल खाली करने के साथ ही एस्मा (ESMA) के तहत FIR करने की चेतावनी दी है।

22 पदाधिकारियों के भेजा गया नोटिस

जानकारी के अनुसार राजधानी में जूडा के दूसरे दिन की हडताल पर जीएमसी प्रबंधन ने जूडा के 22 पदाधिकारियो को नोटिस जारी कर दिया है। नोटिस में हॉस्टल खाली करने के लिए कहा गया। वही साथ में कहा गया है कि गुरुवार रात तक अगर हड़ताल वापस नहीं ली जाती तो प्रबंधन मजबूरन कठोर कदम उठाने के लिए विवश होगा। प्रबंधन ने एस्मा के तहत FIR करने की चेतावनी दी है।

जूडा ने कहा: हड़ताल नही होगी वापस

वही जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. हरीश पाठक का कहना है कि वह अपनी सरकार के सामने रखने का प्रयास कर रहे हैं। सरकार को हमारी मांग माननी चाहिए। हमारी हड़ताल वापस नहीं होगी।

मरीजों को डॉक्टर नहीं दे रहे पर्याप्त समय

अस्पताल और मेडिकल कालेज प्रशासन का कहना है कि वह जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से सीनियर रेजिडेंट और दूसरे डॉक्टरों की वार्ड में ड्यूटी लगाई गई है। जहां एक ओर अस्पताल में रोगी बढ़े हैं वहीं चिकित्सा के लिए डॉक्टर पड़ रहें हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि डॉक्टर रोगियों को कैसे पर्याप्त समय देते होगे।

क्या है हड़ताल की असली वजह

जूनियर डॉक्टरों की मुख्य वजह है कि जूनियर डॉक्टरों ने सरकार और हाईकोर्ट के आश्वासन के बाद जुलाई माह में की गई हड़ताल समाप्त कर दी थी। इसके बाद सरकार द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। जिसका जवाब भी दिया गया। इसके बाद भी सरकार पीजी के बाद होने वाले रजिस्ट्रेशन पर सरकार ने रोक लगा दी। जिसे बहाल किया जाना चाहिए। इसी मांग को लेकर जूडा पुनः हड़ताल पर है।

Aaryan Puneet Dwivedi | रीवा रियासत

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