मध्यप्रदेश

जालसाजों ने किसान के खाते से 16 लाख रुपये आहरित किये, आरोपी गिरफ्तार

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मनी 

पन्ना। रेलवे भू-अर्जन में किसान को मिले मुआवजा पर नजर बदमाशों की लग गई और ऑनलाइन कंपनी में काम करने वाले कुछ जालसाज युवकों ने किसान के साथ 16 लाख रुपये की धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया है।

पन्ना। रेलवे भू-अर्जन में किसान को मिले मुआवजा पर नजर बदमाशों की लग गई और ऑनलाइन कंपनी में काम करने वाले कुछ जालसाज युवकों ने किसान के साथ 16 लाख रुपये की धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया है। मामले में पुलिस ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है।

मिली जानकारी अनुसार जिले के कोतवाली थाना अंतर्गत पुलिस चैकी ककरहटी क्षेत्र में निवासी किसान जो वर्तमान में पन्ना के रानीगंज में मोहल्ला में रहता था। बदमाशों द्वारा धोखाधड़ी करते हुए उसके खाते से 16 लाख रुपये आहरित कर लिये। इसकी जानकारी किसान को होने पर वह परेशान हो गया और मामले की शिकायत एसपी की। जहां एसपी ने गंभीरता दिखाते हुए आरोपियों की धरपकड़ के लिये टीम गठित की।

जिसमें अनुविभागीय अधिकारी बहादुर सिंह बरीबा, कोतवाली टीआई अरुण सोनी, ककरहटी चैकी प्रभारी श्रीकृष्ण मावई शामिल रहे। टीम द्वारा की गई जांच पड़ताल के बाद किसान के खाते से राशि निकालने वाले तीन बदमाश पुलिस गिरफ्त में आ गये। जिनमें अवधेश पिता विशाल चैधरी 24 वर्ष निवायी गढ़ीपड़रिया, राजू उर्फ जुगल किशोर नामदेव 31 वर्ष निवासी कटरा मोहल्ला पन्ना एवं मुस्ताक उर्फ इमरान 27 वर्ष निवासी रानीगंज मोहल्ला शामिल हैं।

एसपी ने किया खुलासा

पुलिस अधीक्षक पन्ना द्वारा मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस टीम द्वारा आरोपी के संबंध में जानकारी जुटाने हेतु बैंक से फरियादी के बैंक खाता की जानकारी मंगवाई जहां 11.11.2020 की स्थिति में फरियादी के खाता में ब्याज सहित करीब 16 लाख रूपये होने की जानकारी मिली। बैंक खाता से मिली जानकारी के आधार पर फरियादी का पूरा पैसा दिनांक 12.11.20 से दिनांक 08.08.21 के बीच यूपीआई ट्रान्जेक्शन के माध्यम से निकाला गया है।

जांच में पता चला कि पूरे रुपयों ऑनलाइन कंपनियों के माध्यम से सोने के सिक्के, आई फोन अन्य कंपनियो के मोबाइल सहित कई अन्य कीमती सामान की खरीददारी की गई है। जांच में मिली जानकारी के आधार पर फरियादी के पड़ोसी जिस पर शंका थी को पुलिस टीम द्वारा पूँछताछ हेतु पुलिस अभिरक्षा में लिया जाकर पूँछताछ किये जाने पर संदेही द्वारा अपना नाम पता बताया गया।

पुलिस टीम द्वारा कड़ाई से पूँछताछ किये जाने पर संदेही ने पुलिस टीम को बताया कि मैं फरियादी के पड़ोस में रहता हूँ एवं फरियादी के साथ बैंक में जाकर लेनदेन में फरियादी का सहयोग करता था। मुझे फरियादी के बैंक खाता की पूरी जानकारी थी। घटना के कुछ समय पूर्व मेरा फरियादी से विवाद हो गया था उससे बदला लेने की नीयत से मैनें फरियादी के बैंक खाता की जानकारी मैनें अपने एक दोस्त को देकर उससे बोला था कि इसके खाते में करीब 16 लाख रूपये हैं उन्हें अपने हिसाब से खर्च कर लो। मेरे दोस्त की मोबाइल की दुकान है।

पुलिस टीम द्वारा उक्त आरोपी को पुलिस अभिरक्षा में लेकर आरोपी के बताये अनुसार उसके दोस्त को मोबाइल की दुकान से पकड़ा गया एवं पूँछताछ की कई जिसने पुलिस टीम को अपना नाम पता बताया एवं घटना के संबंध में पुलिस टीम द्वारा पूँछताछ किये जाने पर अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर घटना को अंजाम देना स्वीकार किया।

पुलिस टीम द्वारा आरोपी के बताये अनुसार तीसरे संदेही को उसके घर से पुलिस अभिरक्षा में लिया जाकर पूँछताछ की ष्ई जिसने बताया कि मैं ऑनलाइन बिक्री करने वाली कंपनियो में डिलेवरी ब्वॉय का काम करता हूँ। मोबाइल की दुकान वाले मेरे दोस्त ने घटना के पूर्व मुझे बैंक खाता और उसमें रजिस्टर्ड मोबाइल की जानकारी दी थी। उस बैंक खाता में करीब 16 लाख रूपये जमा थे हम लोग इन पैसों का उपयोग करके कुछ सामान मंगवाया गया।

उसके बाद मैनें उस सिम का उपयोग करते हुये अलग-अलग ऑनलाइन बिक्री करने वाली कंपनियों से सोने के सिक्के, मोबाइल आईफोन एवं अन्य कंपनियो के मोबाइल सहित कई कीमती सामान मगवाये थे जिनका भुगतान मैने फरियादी के खाते में दर्ज मोबाइल न बर का फोनपे वॉलेट बनाकर किया था। ऑनलाइन सामान को हम लोगों ने आपस में बाँट लिया था।

Shashank Dwivedi | रीवा रियासत

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