मध्यप्रदेश

14 वर्ष से शहीद सैनिक का परिवार सहायता के लिये लगा रहा गुहार

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:45 AM GMT
14 वर्ष से शहीद सैनिक का परिवार सहायता के लिये लगा रहा गुहार
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देश की रक्षा करते शहीद हुए 14 वर्ष बीत गये लेकिन आश्रित परिवार आज भी दर-दर ठोकरें खाते हुए सहायता की गुहार लगा रहा है।

14 वर्ष से शहीद सैनिक का परिवार सहायता के लिये लगा रहा गुहार

रीवा। देश की रक्षा करते शहीद हुए 14 वर्ष बीत गये लेकिन आश्रित परिवार आज भी दर-दर ठोकरें खाते हुए सहायता की गुहार लगा रहा है। देश के प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक, कलेक्टर-कमिश्नर से आरजू-मिन्नत कर चुके हैं लेकिन उन्हें मदद नहीं मिल पाई है। जिस तरह सैनिक बहादुर होता है उसी तरह उसका परिवार भी बहादुर है जो 14 वर्षो से लगातार अपने हक की लड़ाई अनवरत लड़ रहा है।

14 वर्ष से शहीद सैनिक का परिवार सहायता के लिये लगा रहा गुहार

शहीद उमेश के परिजनों ने बताया कि वह शासन से मिलने वाली सहायता के लिए भटक रहे हैं। देश के प्रधानमंत्री एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री शहीद वीर सैनिकों का काफी सम्मान करते हैं तथा परिजनांे को पूरी सहायता प्रदान कर रहे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री को शहीद उमेश शुक्ला की पत्नी सरोज शुक्ला निवासी ग्राम पो. क्योंटी जिला रीवा द्वारा पत्र प्रेषित कर मांग की गई है कि शहीद के आश्रित परिवार को विशेष नियुक्ति प्रदान की जाय।

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बताया गया है कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में पदस्थ उमेश शुक्ला देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहूति दी है। जिनका एक पुत्र अभिलेख शुक्ला एवं पुत्री ज्योति शुक्ला को मप्र सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की सहायता राशि नहीं दी गई है। बताया गया है कि शहीद उमेश के पिता काफी वृद्ध हैं जो अपने पुत्र की शहादत के बाद जायज हक एवं सम्मान की आश लिए भटक रहे हैं।

परिजनों का जाने तर्क

बताया गया है कि मप्र सरकार के गृह विभाग द्वारा प्रकरण को पुराना कहकर बंद कर दिया जाता है जबकि गृह विभाग ने ही मेरे ही तहसील के अनिल सिंह/पुष्पराज सिंह ग्राम पो. लभौली तह. सिरमौर को बीमारी से हुई मौत पर उनके पुत्र को रीवा जिले में महिला बाल विकास में वर्ग 3 के पद पर नियुक्ति प्रदान की गई है। उनका प्रकरण 2003 का है जबकि शहीद उमेश शुक्ला का प्रकरण 2006 का है। मेरे पति देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए। जो दोहरा मापदंड का परिचायक है।

2006 से कर रहे मांग

नक्सलियों से लड़ते हुए देश के सम्मान के लिये शहीद होने वाले सैनिक के परिजन सैकड़ांे मर्तवा लिखित और मौखिक रूप से प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, प्रदेश के मंत्री, विधायक को 2006 से लगातार अवगत कराते आ रहे हैं। जिला प्रशासन से भी मांग की जाती रही लेकिन अब तक उन्हें मकान के अलावा कोई सहायता राशि नहीं प्रदान की गई। शहीद की पत्नी सरोज शुक्ला ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि मेरी पुत्री ज्योति शुक्ला को जिले में वर्ग 3 पद र अनुकम्पा प्रदान करने की कृपा की जाय।

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