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MP में बाढ़ जैसे हालात: 7 जिलों में अति भारी बारिश, 23 में भारी वर्षा का अलर्ट, 4 दिन तक जारी रहेगा दौर

मध्यप्रदेश में मानसून का स्ट्रॉन्ग सिस्टम पूरी तरह से सक्रिय है, जिसके चलते राज्य के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। गुरुवार को मंडला के कई गाँव पानी में डूब गए। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी मंडला सहित 7 जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी देते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि 23 अन्य जिलों में भारी बारिश हो सकती है। अगले चार दिनों तक पूरे प्रदेश में तेज़ बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान है।
इन जिलों में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, शुक्रवार को जबलपुर, मंडला, डिंडौरी, बालाघाट, श्योपुर, शिवपुरी और गुना में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अगले 24 घंटों में इन इलाकों में 8 इंच तक बारिश हो सकती है। वहीं, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, विदिशा, रायसेन, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, सिवनी, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, राजगढ़, अशोकनगर, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, कटनी, मैहर, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में भारी बारिश की संभावना है। राज्य के बाकी जिलों में भी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
☀️🌧️ अगले 4 दिन ऐसा रहेगा मौसम
4 जुलाई: जबलपुर, मंडला, डिंडौरी, बालाघाट, श्योपुर, शिवपुरी और ग्वालियर में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। अगले 24 घंटे में इन जगहों पर पानी गिरने की संभावना है। ग्वालियर, सुसना, सिंगरौली, दतिया, विदिशा, रायसेन, पन्ना, पन्नूगंज, छिंदवाड़ा, शिवपुरी, नरसिंहपुर, सागर, कटनी, राजगढ़, अशोकनगर, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, कटनी, मैहर, अमरकंटक, शहडोल और अनुपपुर में भारी बारिश का अलर्ट है। बाकी जिलों में बारिश का दौर बना रहेगा।
5 जुलाई: सिवनी, डिंडोरी, बड़वानी, खंडवा, बुरहानपुर, धार, रतलाम, उज्जैन, आगर-मालवा, शाजापुर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, नरसिंहपुर, जबलपुर, दमोह, पन्ना और कटनी में भारी बारिश हो सकती है।
6 जुलाई: जबलपुर, कटनी, सिवनी, मंडला, डिंडौरी, बालाघाट, रतलाम और धार में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। नीमच, राजगढ़, श्योपुर, ग्वालियर, सागर, पन्ना, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, दमोह, सतना, उमरिया, शहडोल और अनुपपुर में भारी बारिश का येलो अलर्ट है।
7 जुलाई: राजगढ़, देवास, विदिशा, सीहोर, इंदौर, उज्जैन, बड़वानी, धार, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, सागर, विदिशा, रायसेन, होशंगाबाद, बैतूल, पन्ना, सतना, नरसिंहपुर, जबलपुर, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी और अनुपपुर में भारी बारिश हो सकती है। 24 घंटे के दौरान इन जिलों में माले जलभराव और तेज बहाव की स्थिति बन सकती है। मौसम विभाग ने येलो अलर्ट दिया है।
मौसम सिस्टम की सक्रियता: दो ट्रफ और एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन
डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि मध्यप्रदेश से इस समय एक मानसून सहित दो ट्रफ गुजर रही हैं। इसके अलावा, एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी सक्रिय है। इन तीनों मौसमी गतिविधियों के कारण ही बारिश का सिस्टम बेहद मज़बूत बना हुआ है। यही वजह है कि अगले चार दिनों के लिए कई जिलों में अति भारी या भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
गुरुवार को मंडला में बाढ़, शिवपुरी में उफनी नदियाँ
गुरुवार को भी प्रदेश में तेज़ बारिश का दौर जारी रहा। मंडला के बिछिया इलाके में लगातार बारिश से कई गाँवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। होमगार्ड के जवान मौके पर मौजूद हैं और अब तक 70 से ज़्यादा लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। शिवपुरी में भी स्थिति गंभीर है, जहाँ ग्रामीण बच्चों और महिलाओं को गोद में उठाकर उफनती सिंध नदी पार करते देखे गए।
शिवपुरी के कोलारस में कई गाँव पूरी तरह जलमग्न हो गए, और बारिश का पानी स्कूल, मंदिर व घरों में घुस गया। निवाड़ी के ओरछा में भी भारी बारिश दर्ज की गई। उमरिया में कथली नदी का पानी पुल के ऊपर तक पहुँच गया है, और जिले में महानदी में भी जलस्तर बढ़ गया है। राजधानी भोपाल में दोपहर में रिमझिम बारिश शुरू हुई, जबकि रीवा, छतरपुर के खजुराहो और दतिया में पौन इंच, और मंडला-शिवपुरी में आधा इंच बारिश हुई। बैतूल, गुना, ग्वालियर, इंदौर, श्योपुर, दमोह, जबलपुर, सतना, सीधी, उमरिया, बालाघाट, धार, मऊगंज, शाजापुर, देवास, आगर-मालवा सहित 20 से ज़्यादा जिलों में भी लगातार बारिश होती रही।
इस बार मानसून की एंट्री और कवरेज
इस साल देश में मानसून भले ही 8 दिन पहले आ गया था, लेकिन मध्यप्रदेश में इसकी एंट्री एक दिन देरी से हुई। हालाँकि, 13-14 जून को मानसून आगे बढ़ा और केवल 5 दिनों में पूरे प्रदेश के 53 जिलों को कवर कर लिया। इसमें भिंड और मऊगंज जैसे आखिरी बचे हुए जिले भी शामिल हैं। मध्यप्रदेश में मानसून के प्रवेश की सामान्य तारीख 15 जून है। पिछले साल यह 21 जून को आया था। मानसून के सक्रिय होने के बाद से ही पूरे प्रदेश में तेज़ बारिश का दौर जारी है।




