मध्यप्रदेश

एमपी में पकड़ा गया फर्जी टीटीई, बुंदेलखंड एक्सप्रेस ट्रेन में कर रहा था टिकट चेकिंग

Sanjay Patel
24 Jun 2023 11:34 AM GMT
एमपी में पकड़ा गया फर्जी टीटीई, बुंदेलखंड एक्सप्रेस ट्रेन में कर रहा था टिकट चेकिंग
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MP News: एमपी के दतिया से ग्वालियर के बीच जनरल कोच में यात्रियों की टिकट चेकिंग के दौरान फर्जी टीटीई पकड़ा गया। वह बुंदेलखंड एक्सप्रेस में यात्रियों की टिकट चेक कर रहा था।

एमपी के दतिया से ग्वालियर के बीच जनरल कोच में यात्रियों की टिकट चेकिंग के दौरान फर्जी टीटीई पकड़ा गया। वह बुंदेलखंड एक्सप्रेस में यात्रियों की टिकट चेक कर रहा था। पकड़े गए युवक ने अपना नाम नरेश बंजारा निवासी श्योपुर बताया है। युवक के पास से रेलवे के दो आईडी कार्ड भी मिले हैं। जिनमें से एक मध्य रेलवे और दूसरा उत्तर रेलवे का बताया गया है।

संदेह होने पर एक यात्री ने की थी शिकायत

फर्जी टीटीई एक महीने पहले तक मथुरा-दिल्ली और आगरा के बीच ट्रेन में यात्रियों की टिकट चेक करता रहा किंतु रेलवे अधिकारियों सहित जीआरपी व आरपीएफ को इसकी भनक तक नहीं लगी। शुक्रवार को टिकट चेकिंग के दौरान एक यात्री को शंका हुआ जिस पर उसने इसकी सूचना रेलवे कंट्रोल को दी। जहां से आरपीएफ को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची आरपीएफ ने युवक को पकड़ लिया। आरपीएफ की पूछताछ में श्योपुर निवासी आरोपी ने अपना नाम नरेश बंजारा बताया है। वह शुक्रवार को दतिया से ग्वालियर के बीच जनरल कोच में यात्रियों की टिकट चेक कर रहा था।

ग्वालियर से दिल्ली रूट पर करता था टिकट चेकिंग

आरपीएफ के उपनिरीक्षक रविन्द्र सिंह राजावत, प्रधान आरक्षक नत्थीलाल शर्मा, आरक्षक मान सिंह मीणा व डिप्टी सीटीआई एसके मिश्रा बुंदेलखंड एक्सप्रेस के ग्वालियर आने पर कोच में पहुंची और फर्जी टीटीई बने नरेश को पकड़ लिया। आरोपी का कहना था कि वह ग्वालियर से दिल्ली के रूट पर पिछले 15 दिनों से ट्रेनों में चल रहा था। जो न तो रेलवे के स्टाफ की ही पकड़ में आया और न ही आरपीएफ एवं जीआरपी को ही इसकी भनक लग सकी। आरपीएफ के टीआई संजय आर्या का कहना था कि आरोपी पर कार्रवाई के लिए जीआरपी के सुपुर्द कर दिया गया है।

आरोपी ने यह कहा

पकड़े गए फर्जी टीटीई का कहना था कि उसकी रेलवे में नियुक्ति करने वालों ने कहा था कि आपकी नौकरी पक्की हो गई है किंतु शुरुआत में ट्रेनिंग करनी पड़ेगी। जिसके कारण वह ट्रेनों में टीटीई के तौर पर टिकट जांच कर रहा था। आरोपी ने 7 लाख रुपए देने के बाद नियुक्ति पत्र मिलना बताया है। इससे आशंका है कि रेलवे में बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगने वाला गैंग सक्रिय है। जिसके तार ग्वालियर से लेकर दिल्ली तक जुड़े हो सकते हैं। जिसका खुलासा जांच के बाद ही हो सकता है।

इनका कहना है

इस संबंध में जीआरपी के एसआई एनएस ठाकुर का कहना है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस में एक यात्री द्वारा फर्जी टीटीई की जानकारी दी गई थी। जिस पर आरपीएफ ने जनरल कोच में टिकट चेकिंग कर रहे फर्जी टीटीई को पकड़कर उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। जिसके बाद ही यह सामने आ सकेगा कि उसकी नियुक्ति किसने की थी।

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