मध्यप्रदेश

सिगरौलीः NCL में नौकरी के बहाने 10 लाख की ठगी, गिरोह का पर्दाफाश, एक कर्मचारी समेत 4 गिरफ्तार..

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:47 AM GMT
सिगरौलीः NCL में नौकरी के बहाने 10 लाख की ठगी, गिरोह का पर्दाफाश, एक कर्मचारी समेत 4 गिरफ्तार..
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Singrauli News Today / सिंगरौली। NCL (Northern Coalfields Limited, Singrauli) में नौकरी दिलाने वाले ठग गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है

Singrauli News Today / सिंगरौली। NCL (Northern Coalfields Limited, Singrauli) में नौकरी दिलाने वाले ठग गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है तथा NCL के एक कर्मचारी सहित 4 लोगो को गिरफ्तार किया है। उनके पास से NCL का फर्जी लेटर, सील व अन्य सामान भी पुलिस ने बरामद करके सभी को सलाखों के पीछे पहुचा दिया है। नौकरी दिलाने के नाम की गई ठगी का खुलासा सिगरौली एसपी ने किया है।

इनकी हुई गिरफ्तारी

पुलिस ने ठगी मामले में एनसीएल के कर्मचारी रविन्दर सिंह, रीवा निवासी सौरभ सिंह, सीधी निवासी अनिल सिंह तथा प्रिटिंग प्रेस के ऑपरेटर बृजेश भारद्वाज को गिरफ्तार किया है।

पुत्र को नौकरी दिलाने दी रकम

मोरवा पुलिस ने भागवत प्रसाद वर्मा एवं कृष्णा साकेत के शिकायत पर इस ठगी मामले की जांच की और गिरोह का पर्दाफास किया है। पीड़ित भागवत वर्मा ने पुलिस में शिकायत किया था कि सौरभ सिंह ने उसके पुत्र सौरभ वर्मा एव प्रदीप पनिका को एनसीएल में नौकरी दिलाने के लिये 10 लाख रूपये लिये है। उन्होने जो ज्वाइंनिग पत्र दिया है वह फर्जी है।

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चाय दुकान पर हुई चर्चा

पीड़ित ने भागवत वर्मा ने बताया कि सौरभ सिंह से उसकी मुलाकात एनसीएल के चाय दुकान पर हुई थी। तब उसने बताया कि वह एनसीएल में नौकरी करता है और उसके अधिकारियों से अच्छे सबंध है। भागवत वर्मा ने सौरभ सिहं को बताया कि उसका पुत्र एनसीएल में नौकरी के लिये आवेदन फार्म जमा किया है। यह सुनते ही सौरभ सिंह मास्टर मांइड दिमाक चल निकला और भगवात वर्मा को यह कह कर अपने झांसे मे लेते हुये 10 लाख रूपये ऐठ लिया कि उसके पुत्र को नौकरी दिलवा देगा।

Fake job in NCL Singrauli gang busted 4 arrested including one employee

ड्रिल आपरेटर एंव फिटर का दिया ज्वाइंनिग लेटर

नौकरी के नाम पर 10 लाख कि ठगी करने वाले गिरोह ने एक फजी ज्वाइंनिग पत्र तैयार करवाया। जिसमें आवास एवं मेडिकल सुविधा भी दी गई थी। उक्त पत्र को आवेदक सौरभ वर्मा एंव प्रदीप पनिका को उन्होने दिया। ज्वाइंनिग पत्र लेकर दोनों आवेदक NCL पहुचे तो उन्हे पता चला कि यह पत्र कंपनी का नही है। फर्जी पत्र बनाया गया है। यह जानकार दोनों परिवार के होश उड़ गये और उन्होने थाना में इसकी शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस ने पूरे मामले में कार्रवाई करते हुये नौकरी के नाम पर की गई ठगी का भंडाफोड़ कर दिया।

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