
- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- फ्लोर टेस्ट के पहले ही...
फ्लोर टेस्ट के पहले ही Digvijay Singh ने मानी हार, कहा - Kamalnath सरकार के पास नंबर नहीं

मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार बचेगी या वहां बीजेपी का कमल खिलेगा, इसका फैसला आज शाम 5 बजे तक हो जाएगा। विधानसभा का विशेष सत्र 20 मार्च को दोपहर दो बजे बुलाया गया है। लेकिन इससे पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक टीवी न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार के पास नंबर नहीं है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि पैसे और सत्ता के दमपर बहुमत वाली सरकार को अल्पमत में लाया गया है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आज शाम को फ्लोर टेस्ट होने वाला है। फ्लोर टेस्ट के बाद साफ हो जाएगा कि 'हिंदुस्तान का दिल' कहलाने वाले प्रदेश में कमलनाथ सरकार होगी या फिर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सत्ता पर वापसी करेंगे।
मीडिया से मुखातिब होंगे सीएम कमलनाथ आज दोपहर 12 बजे मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ मीडिया से मुखातिब होंगे। इस दौरान कयास लगाए जा रहे हैं कि सीएम कमलनाथ सरकार को लेकर फ्लोर टेस्ट से पहले कोई फैसला ले सकते हैं।
16 विधायकों के इस्तीफे हुए मंजूर गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने कांग्रेस के बाकी बचे हुए सभी 16 बागी विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए। इससे पहले प्रजापति कांग्रेस के छह बागी विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर चुके हैं। इस प्रकार अब सभी 22 बागी विधायकों के इस्तीफे स्वीकार हो गए हैं। इनमें से अधिकांश कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं। प्रजापति ने बताया कि उन्होंने 16 बागी विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं।
आज दोपहर से विशेष सत्र मध्यप्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव अवधेश प्रताप सिंह ने कहा, 'मध्य प्रदेश विधानसभा का विशेष सत्र 20 मार्च को दोपहर दो बजे बुलाया गया है। यह सत्र शाम पांच बजे तक चलेगा।' उन्होंने कहा कि यह सत्र उच्चतम न्यायालय के आदेश की आज्ञा का पालन करते हुए बुलाया गया है।
सुरक्षा की मांग वहीं, बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर बीजेपी विधायक दल की सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट से पारित आदेशानुसार 20 मार्च, 2020 को शाम 5 बजे तक मध्यप्रदेश विधानसभा में विश्वासमत परीक्षण किया जाना है।