मध्यप्रदेश

एमपी के जबलपुर में धन कुबेर एआरटीओ पाल पर ईओडब्ल्यू की कार्यवाही की निकल रही हवा, निलंबन के बजाय सिर्फ ट्रांसफर

एमपी के जबलपुर में धन कुबेर एआरटीओ पाल पर ईओडब्ल्यू की कार्यवाही की निकल रही हवा, निलंबन के बजाय सिर्फ ट्रांसफर
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MP Jabalpur News: बुधवार की रात 17 अगस्त को ईओडब्ल्यू की टीम ने प्रभारी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी संतोष पाल के घर जबलपुर में छापामार कार्यवाही कर पूरे जबलपुर में हड़कंप मचा दिया है।

MP Jabalpur EOW Raid News: प्रभारी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी संतोष पाल (Santosh Pal) के घर विगत दिनों ईओडब्ल्यू की ने छापा (EOW Raid) मारते हुए आय से अधिक संपत्ति उजागर की है। पाल के पास 650 गुना ज्यादा संपत्ति होने का अनुमान लगाया गया है। इसके बाद भी पावरफुल एआरटीओ पाल पर सस्पेंड करने की कार्रवाई के बजाय ट्रांसफर किया गया है। ऐसे में पाल पर की गई पूरी कार्यवाही अपने आप सवाल के घेरे में आ रही है। वहीं विपक्षी दल के नेता भी सरकार पर भ्रष्ट अधिकारियों के संरक्षण का आरोप लगा रहे हैं।

क्या है मामला

विगत बुधवार की रात 17 अगस्त को ईओडब्ल्यू की टीम ने प्रभारी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी संतोष पाल के घर जबलपुर में छापामार कार्यवाही कर पूरे जबलपुर में हड़कंप मचा दिया था। ईओडब्ल्यू के पास पहले से ही संतोष पाल के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत थी। जिस पर ईओडब्ल्यू ने कार्यवाही करते हुए उनकी आय से 650 गुना अधिक संपत्ति का खुलासा किया है। इस पर प्रशासन द्वारा अब तक में सिर्फ पाल का केवल ट्रांसफर किया गया है।

विपक्षी नेता कर रहे सवाल

इस पूरे मामले में विपक्षी नेताओं का कहना है कि कार्यवाही के बाद जिस अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया जाना चाहिए 5 दिनों बाद उसका केवल ट्रांसफर किया गया है। नेताओं का कहना है कि संतोष पाल (Santosh Pal) सरकार की मेहरबानी पर मजबूती के साथ खड़े हुए हैं। साथ ही यह भी कहा कि जब कोई भी ईओडब्ल्यू की कार्यवाही में फंसता है। और जब ईओडब्लू आय से अधिक संपत्ति का खुलासा करती है तो तत्काल उसे निलंबित कर दिया जाना चाहिए। लेकिन भाजपा की सरकार में ऐसा कुछ नहीं हो रहा है भ्रष्ट अधिकारियों पर भी वर्तमान सरकार नरमी से पेश आ रही है।

क्या कहते हैं भाजपा के नेता

जबलपुर से भाजपा के विधायक और पूर्व मंत्री अजय विश्नोई का कहना है कि भाजपा भ्रष्ट अधिकारियों या भ्रष्टाचारियों पर लगातार कार्यवाही कर रही है। भाजपा को भ्रष्ट अधिकारी बिल्कुल पसंद नहीं है इसलिए कार्यवाही हो रही है। साथ ही उन्होंने आरटीओ पाल पर निलंबन के बजाय केवल ट्रांसफर करने के मुद्दे पर कहा की उन्हें एक मौका दिया गया है। इस मौके से वह आय से अधिक संपत्ति के अपने मामले का प्रमाण एकत्र कर दे सकें। अगर वह अपनी आय साबित नहीं कर सकते तो निश्चित तौर पर उन पर कार्यवाही होगी।

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