मध्यप्रदेश

Earthquake in MP: पहले छत्तीसगढ़ फिर मध्यप्रदेश में आया भूकंप, 3 मिनट के भीतर ही दोनों राज्यों की धरती हिली

Sanjay Patel
24 March 2023 11:28 AM GMT
Earthquake in MP: पहले छत्तीसगढ़ फिर मध्यप्रदेश में आया भूकंप, 3 मिनट के भीतर ही दोनों राज्यों की धरती हिली
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MP News: मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में शुक्रवार की सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। छत्तीसगढ़ में 10.28 बजे भूकंप आया, इसका केन्द्र अंबिकापुर से 12 किलोमीटर दूर था।

मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में शुक्रवार की सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। छत्तीसगढ़ में 10.28 बजे भूकंप आया, इसका केन्द्र अंबिकापुर से 12 किलोमीटर दूर था। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.9 मापी गई। इसके बाद एमपी में भूकंप के झटके महसूस किए गए। एमपी में भूकंप का केन्द्र ग्वालियर के नजदीक था। मध्यप्रदेश में यह भूकंप 10.31 बजे आया। जिसकी तीव्रता राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र द्वारा रिक्टर स्केल पर 4.0 मापी गई। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में तीन मिनट के भीतर ही दोनों राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए।

तीन दिन के अंदर एमपी में दूसरी बार भूकंप

तीन दिन के अंदर मध्यप्रदेश में दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए जाने से लोग डरे हुए हैं। इसके पूर्व मंगलवार को अफगानिस्तान में आए भूकंप के झटके भी पूरे उत्तर भारत में महसूस किए गए थे। इसके साथ ही भूकंप के झटके मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी लगे थे। तीन दिन के भीतर दोबारा मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भूकंप के झटकों से धरती हिलने से लोगों में डर का माहौल है। आज भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग घरों से बाहर निकल आए।

ग्वालियर रीजन हुआ प्रभावित

एमपी में आए भूकंप की पुष्टि अपनी वेबसाइट पर भारतीय सिस्मोलॉजी विभाग द्वारा की गई है। सुबह 10.31 बजे आए इस ग्वालियर रीजन में आए भूकंप की तीव्रता 4.0 रही। भूकंप का प्रभावित एरिया ग्वालियर शहर और उसके आसपास के शहर मुरैना, शिवपुरी, श्योपुर और भिंड बताए जा रहे हैं। ग्वालियर के रहवासियों की मानें तो तकरीबन 10 से 20 सेकंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस दौरान अचानक कंपन होने, बर्तन गिरने, पलंग हिलने की बात भी लोगों ने कही।

हल्के झटके से नहीं हुआ नुकसान

मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में हाल के समय में कई बार झटके महसूस किए गए हैं। राहत इस बात की रही कि किसी भी तरह के नुकसान की सूचना कहीं से भी नहीं प्राप्त हुई। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र की मानें तो हल्के झटके होने के कारण नुकसान की संभावना भी न्यूनतम है। झटके यदि तेज रहते तो नुकसान होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता था।

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