मध्यप्रदेश

दमोह महासंग्राम: एक को भितरघात की तो दूसरे के पास जिताऊ चेहरे का संकट : MP NEWS

News Desk
17 March 2021 6:00 PM GMT
दमोह महासंग्राम: एक को भितरघात की तो दूसरे के पास जिताऊ चेहरे का संकट : MP NEWS
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भोपाल। दमोह विधानसभा उपचुनाव की घोषणा कर दी गई है। जिससे एक बार फिर एक चुनावी महासंग्राम देखने को मिलेगा। हालांकि एक ही विधानसभा का उपचुनाव है लेकिन यह काफी रोचक होगा। दरअसल कांग्रेस पार्टी से विधायक बने राहुल लोधी के द्वारा पाला बदलने के कारण उपचुनाव की स्थिति निर्मित हुई है। राहुल लोधी कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीते थे लेकिन वह बाद में इस्तीफा देते हुए भाजपा में शामिल हो गये। जहां भाजपा ने राहुल को प्रत्याशी घोषित कर दिया है तो वहीं कांग्रेस को जिताऊ प्रत्याशी की तलाश है। इस चुनावी महासंग्राम में दोनों प्रमुख पार्टियांे के सामने संकट व्याप्त है। भाजपा को जहां भितरघात से जूझना पड़ सकता है तो वहीं कांग्रेस के पास जिताऊ चेहरे का संकट है। दमोह विधानसभा चुनाव के लिए 17 अप्रैल को मतदान होंगे, तो 2 मई को मतगणना की जाएगी। 

भोपाल। दमोह विधानसभा उपचुनाव की घोषणा कर दी गई है। जिससे एक बार फिर एक चुनावी महासंग्राम देखने को मिलेगा। हालांकि एक ही विधानसभा का उपचुनाव है लेकिन यह काफी रोचक होगा। दरअसल कांग्रेस पार्टी से विधायक बने राहुल लोधी के द्वारा पाला बदलने के कारण उपचुनाव की स्थिति निर्मित हुई है। राहुल लोधी कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीते थे लेकिन वह बाद में इस्तीफा देते हुए भाजपा में शामिल हो गये। जहां भाजपा ने राहुल को प्रत्याशी घोषित कर दिया है तो वहीं कांग्रेस को जिताऊ प्रत्याशी की तलाश है। इस चुनावी महासंग्राम में दोनों प्रमुख पार्टियांे के सामने संकट व्याप्त है। भाजपा को जहां भितरघात से जूझना पड़ सकता है तो वहीं कांग्रेस के पास जिताऊ चेहरे का संकट है। दमोह विधानसभा चुनाव के लिए 17 अप्रैल को मतदान होंगे, तो 2 मई को मतगणना की जाएगी।

आपको बता दें कि दमोह विधानसभा क्षेत्र भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री जयंत मलैया है। जहां से वह कई बार विधायक चुने गये हैं और मंत्री बने। वर्ष 2018 के चुनाव में जीत से दूर रहे लेकिन अब उनके विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव होने जा रहा है तो वह शांत कैसे बैठ सकते हैं। हालांकि पूर्व मंत्री जयंत मलैया चुनाव को लेकर कोई सक्रियता नहीं दिखा रहे लेकिन उनके पुत्र सिद्धार्थ मलैया तैयारी कर रहे हैं।

सबसे ज्यादा 6 बार जयंत मलैया को मिली विजय

दमोह विधानसभा क्षेत्र पूर्व मंत्री जयंत मलैया का खासा दबदबा रहा है। वह इस बात से लगाया जा सकता है कि 15 बार हुए विधानसभा चुनाव में 6 बार भाजपा के जयंत मलैया को विजय मिली है। जबकि कांग्रेस 7 बार जीती है। दो बार निर्दलीय उम्मीदवार जीते। हालांकि चुनाव में कांग्रेस 7 बार विजयी रही है लेकिन कांग्रेस का कोई एक उम्मीदवार 6 बार चुनाव नहीं जीता है। तो वहीं जयंत मलैया 6 बार यहां से विजयी हुए हैं। इसलिए उनके प्रभाव को नकारा नहीं जा सकता है।

ये तीन वर्ग एकजुट हो गए तो भाजपा को मुश्किल होगा

एक जानकारी के अनुसार इस बार का दमोह उपचुनाव बड़ा रोचक होने जा रहा है। ऐसा इसलिए कि दलबदल के कारण लोगांे में नाराजगी भी देखने को मिलेगी। वहीं जयंत मलैया का टिकट कटने से जैन वर्ग में असंतोष हो सकता है। ऐसी स्थिति में यदि जैन, ब्राम्हण और अल्पसंख्यक वर्ग एकजुट हो गये तो भाजपा के सामने मुश्किल खड़ा सकते हैं और यदि भाजपा को पिछड़ा वर्ग के साथ पुराने वोट बैंक का साथ मिला तो जीत भी सकती है।

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