मध्यप्रदेश

मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक अजय विश्नोई ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ खोला मोर्चा

Aaryan Dwivedi
8 May 2021 8:25 PM GMT
मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक अजय विश्नोई ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ खोला मोर्चा
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दमोह. मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक अजय विश्नोई (Former minister and BJP MLA Ajay Vishnoi) ने अपने ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इस बार वे पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया (Former Finance Minister Jayant Malaiya) और उनके बेटे पर पार्टी द्वारा की गई कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठाई है. 

दमोह. मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक अजय विश्नोई (Former minister and BJP MLA Ajay Vishnoi) ने अपने ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इस बार वे पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया (Former Finance Minister Jayant Malaiya) और उनके बेटे पर पार्टी द्वारा की गई कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठाई है.

दरअसल, दमोह विधानसभा उप चुनाव में भाजपा को मिली हार का ठीकरा पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया और उनके बेटे पर पार्टी ने फोड़ा है. प्रदेश संगठन ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में भाग लेने के कारण पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.

इतना ही नही पार्टी ने दमोह जिले के अपने 5 मंडल अध्यक्षों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया गया है. सभी को 10 दिन के अंदर अपना जवाब प्रस्तुत करना है. यह कार्रवाई प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा द्वारा की गई है.

अजय विश्नोई ने कार्रवाई पर सवाल उठाएं

इस कार्रवाई के बाद से पार्टी में हड़कंप मच गया है. सभी नेताओं की अलग अलग राय सामने आ रही है. मामले को लेकर पूर्व मंत्री एवं जबलपुर के पाटन से भाजपा विधायक अजय विश्नोई ने इस कार्रवाई पर ही सवाल उठा दिया है.

मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक अजय विश्नोई ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ खोला मोर्चा

उन्होंने सोशल मीडिया में पोस्ट कर लिखा है कि "चुनाव में हार की जिम्मेदारी क्या टिकट बांटने वाले और चुनाव प्रभारी भी लेंगे?" जबकि दमोह सांसद एवं केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कार्रवाई को सही बताया है.

हांलाकि विश्नोई के इस पोस्ट के अलग अलग मायने निकाले जा रहें हैं. यह पहली बार नहीं है जब विश्नोई ने पार्टी पर सवाल उठाए हैं. इसके पहले भी अजय विश्नोई ने सरकार और सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर कई बार सवाल उठाएं हैं. वे सीधे मुख्यमंत्री से भी सवाल करने में नहीं चूकते.

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