मध्यप्रदेश

MP News: होलकर स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड के बीच क्रिकेट मैच 24 जनवरी को, अंपायरिंग करेंगे इंदौर के नितिन

Sanjay Patel
23 Jan 2023 8:08 AM GMT
MP News: होलकर स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड के बीच क्रिकेट मैच 24 जनवरी को, अंपायरिंग करेंगे इंदौर के नितिन
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भारत और न्यूजीलैण्ड के बीच क्रिकेट मैच 24 जनवरी को खेला जाएगा। इंदौर के होलकर स्टेडियम होने वाले इस वनडे मैच की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। वहीं मैच के लिए दोनों टीमें भी इंदौर पहुंच गई हैं।

भारत और न्यूजीलैण्ड के बीच क्रिकेट मैच 24 जनवरी को खेला जाएगा। इंदौर के होलकर स्टेडियम होने वाले इस वनडे मैच की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। वहीं मैच के लिए दोनों टीमें भी इंदौर पहुंच गई हैं। इस क्रिकेट मैच की अंपायरिंग इंदौर के नितिन मेनन करेंगे। 40 साल में ऐसा पहली बार होगा जब अंतराष्ट्रीय वनडे मैच के मैदान पर कोई इंदौरी अम्पायर अपना फैसला सुनाएगा।

90 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कर चुके हैं अंपायरिंग

इंदौर निवासी नितिन के पिता नरेन्द्र मेनन के मुताबिक उनके पुत्र ने 14 वर्ष की उम्र में क्रिकेट खेलना प्रारंभ किया। नितिन ने तीन साल अंडर-16 से मध्यप्रदेश के लिए खेला। इसके बाद अंडर-19 भी तीन वर्ष खेला। नितिन द्वारा वर्ष 2007 में कहा गया कि उसे अंपायर बनना है। जिसके बाद नितिन ने अंपायर की डिवीजनल एग्जाम पास की तत्पश्चात वर्ष 2009 में उसके द्वारा बीसीसीआई की अंपायर के लिए होने वाली परीक्षा भी पास कर ली गई। नितिन 22 वर्ष की उम्र में बीसीसीआई के अंपायर बन गए थे। नितिन वल्र्ड में एलीट पैनल में भी शामिल हैं जिसमें 11 अंपायर हैं। बीसीसीआई परफार्मेंस के आधार पर अंपायर का नाम आईसीसी को रिकमंड करती है। नितिन अब तक करीब 90 अंतरराष्ट्रीच मैचों में अंपायरिंग कर चुके हैं।

काफी इंतजार के बाद अब मिला चांस

इंदौर में होने वाले अंतराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में अंपायरिंग का मौका मिलने पर नितिन मेनन काफी उत्साहित हैं। उनका कहा है कि वह इसका काफी समय से इंतजार कर रहे थे अब जाकर उन्हें चांस मिला है। उन्होंने बताया कि वह एमपी के लिए क्रिकेट खेलते थे किंतु परफार्मेंस ठीक नहीं होने के कारण टीम से उन्हें ड्राप कर दिया गया। वर्ष 2006 में एक चांस लिया और परीक्षा के बाद बीसीसीआई की अंपायरिंग प्रारंभ की। नितिन ने कहा कि टेक्नोलाजी की वजह से आज अंपायरिंग काफी चैलेंजिंग हो गई है। टेक्नोलाजी से आंखों को कंपेयर नहीं किया जा सकता। तकनीक है तो हमें हमारे अच्छे निर्णय और गलतियों के बारे में पता चलता है।

नितिन के पिता भी कर चुके हैं अंपायरिंग

नितिन के पिता नरेन्द्र मेनन भी अंपायरिंग कर चुके हैं। उन्हें बीसीसीआई की तरफ से अंपायरिंग करने का मौका दिया गया। वर्ष 2004 तक वह अंपायर रहे इसके बाद 58 वर्ष की उम्र में रिटायर्ड हो गए। अपने करियर के दौरान नरेन्द्र मेनन ने इंडिया-जिम्बाब्वे और इंडिया-आस्ट्रेलिया मैच में आन फील्ड अंपायरिंग की थी। इंदौर में बतौर थर्ड अंपायर अंपायरिंग की। उन्हें कभी आनफील्ड पर मौका नहीं मिला। किन्तु उनके बेटे नितिन को यह अवसर उपलब्ध हुआ जिस पर पूरा परिवार अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा है।

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