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Coronavirus: Madhya Pradesh में इंदौर की हालत चिंताजनक, अपर सेकंड स्टेज पर पहुंचा
Coronavirus in Madhya Pradesh : शहर में लगातार तीन दिनों से कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों के सामने आने से स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। अधिकारियों ने आखिरकर मान लिया कि मध्यप्रदेश में इंदौर की स्थिति चिंताजनक है। यहां कोरोना अपर सेकंड स्टेज में पहुंच गया है। सावधानी, सतर्कता और सख्ती नहीं रखी गई तो इंदौर तीसरे स्टेज में पहुंच सकता है।
इंदौर से घनी आबादी वाले शहर के लिए यह भयावह संकेत है। यहां अब तक जो मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, उनमें से अधिकांश की कोई ट्रैवल हिस्ट्रीनहीं है। यह एक गंभीर स्थिति है। इसे देखते हुए माना जा रहा है कि इंदौर दूसरी स्टेज को जल्दी पार कर तीसरी की ओर बढ़ रहा है।
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जुटी स्वास्थ्य विभाग की टीम का मानना है डॉक्टरों के अगले 7 दिनों में पॉजिटिव मरीज मिलने की संभावना अधिक बनी हुई है। उसके बाद अगले 7 दिनों तक इसमें कमी आने की स्थिति बनेगी।
महामारी का केंद्र बन रहा
पूरे प्रदेश में इंदौर महामारी का केंद्र बनता नजर आ रहा है। बुधवार से अब तक कुल 19 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं। इनमें से तीन उज्जैन के हैं। दो मरीजों की मौत हो चुकी है। उज्जैन के तीनों मरीज एक ही इलाके और परिवार से हैं लेकिन इंदौर में मिल रहे मरीज पूरे शहर में फैल चुके हैं। इससे चिंता बढ़ गई है। विभाग ने इन मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री पता की तो उसमें एक या दो ही धार्मिक यात्रा पर जाने के बाद संक्रमित होना पाए गए।
बाकी मरीजों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है
अधिकांश मरीजों के पास जवाब नहीं है कि वे संक्रमित कैसे हुए? 3 दिनों में 19 मरीज पॉजिटिव पाए गए स्वास्थ्य विभाग ने पहले दिन रिश्तेदार और स्वजन को आइसोलेट कर संतुष्टि की तो दूसरे ही दिन लगभग 50 से अधिक नए सैंपल जांच के लिए भेजे गए। इसमें 5 मरीज पॉजिटिव पाए गए। ये मरीज भी इंदौर के अलग-अलग क्षेत्रों के रहने वाले थे, जिनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी।
शुक्रवार को भी 4 मरीज पॉजिटिव आए
पिछले 3 दिनों में 19 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं। इनकी ट्रैवल हिस्ट्री पता करने अभी भी विभाग मशक्कत कर रहा है। लगभग 100 लोगों को आइसोलेट किया गया है। चेन को ब्रेक करना जरूरी अधिकारियों की मानें तो अगले 7 दिन इंदौर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि पॉजिटिव पाए गए मरीजों के संपर्क में आए लोगों को खोजना और आइसोलेट करना बेहद जरूरी है। इनमें से जिन मरीजों में लक्षण दिखाई देंगे, उनके सैंपल जांच के लिए भेज कर उपचार किया जा रहा है। 7 दिनों में मरीजों को खोजने से इस चेन को ब्रेक किया जा सकता है।
लापरवाही ने लांघी सीमाः सब्जी खरीदना जरूरी हो गया है इंदौर वालों के लिए
लॉकडाउन और कर्फ्यू के बाद भी कई लोग घरों से सब्जियां और राशन सामग्री लेने निकल रहे हैं। - अधिकांश क्षेत्रों में झुंड बनाकर घूमते लोग नजर आ रहे हैं। अभी भी बेहद भीड़ नजर आ रही है। - अस्पतालों में ओपीडी की भीड़ को भी कम नहीं किया जा रहा है। - प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर टेली मेडिसिन की सुविधा उपलब्ध कराई है लेकिन संपर्क नंबर लोगों तक नहीं पहुंचा। - लंबी तैयारी और पॉजिटिव केस मिलने के तीन दिन बाद भी आवश्यक सेवाओं की ऑनलाइन सेवाएं ठीक से बहाल हो पाई।
अपर सेकंड स्टेज के करीब
अभी यह नहीं कहा जा सकता कि इंदौर थर्ड स्टेज में आ चुका है लेकिन अपर सेकंड स्टेज में माना जा सकता है। जो मरीज निकलकर सामने आ रहे हैं, वे कम्युनिटी से ही आ रहे हैं। इनके विदेश दौरे का कोई इतिहास नहीं है। स्वास्थ्य विभाग इनके स्वजन और रिश्तेदारों की जानकारी लेकर जल्द से जल्द आइसोलेट करने की व्यवस्था कर रहा है जिससे अधिक से अधिक लोगों की पहचान कर संक्रमण फैलने से रोका जाए। -डॉ. प्रवीण जड़िया, सीएमएचओ इंदौर