मध्यप्रदेश

CORONAVIRUS : Delhi के Nizamuddin की मरकज में MP के 107 लोग शामिल हुए थे, लौटी 50 जमातें BHOPAL में रुकी...

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 11:48 AM IST
CORONAVIRUS : Delhi के Nizamuddin की मरकज में MP के 107 लोग शामिल हुए थे, लौटी 50 जमातें BHOPAL में रुकी...
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CORONAVIRUS Delhi के Nizamuddin की मरकज में MP के 107 लोग शामिल हुए थे लौटी 50 जमातें BHOPAL में रुकी भोपाल DELHI में

CORONAVIRUS : Delhi के Nizamuddin की मरकज में MP के 107 लोग शामिल हुए थे, लौटी 50 जमातें BHOPAL में रुकी...

भोपाल. DELHI में NIZAMUDDIN की मरकज में CORONAVIRUS फैलने की बात सामने आ रही है। इसमें मध्य प्रदेश से भी 107 लोग शामिल हुए थे। बताया गया कि इसमें शामिल होकर लौटी 50 जमातें भोपाल में रुकी थीं। DELHI से लौटे मध्य प्रदेश के 107 लोगों में से 31 लोग भोपाल के पुराने शहर के रहने वाले हैं। प्रशासन उन लोगों की तलाश कर रहा है जो मरकज में शामिल हुए थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम जिला प्रशासन और पुलिस की मदद से ऐसे लोगों की तलाश कर उनके सैंपल ले रही है। करीब 11 लोगों की पहचान कर सैंपल लिए गए। इन लोगों को घर पर ही क्वारैंटाइन किया गया। इस मामले की पुष्टि एसडीएम सिटी जमील खान ने की।

NIZAMUDDIN की मरकज से CORONA का संक्रमण फैला

सोमवार को NIZAMUDDIN की मरकज से CORONA का संक्रमण फैलना सामने आया। राज्य सरकार ने इसकी जानकारी जुटाने की जिम्मेदारी गृह विभाग को दी। इसके बाद पता चला कि धर्म प्रचार का प्रशिक्षण लेने DELHI की NIZAMUDDIN की मरकज में मध्य प्रदेश से 107 लोग गए थे। इसमें से 31 लोग भोपाल के पुराने शहर के रहने वाले हैं। जानकारी के अनुसार, 31 लोगों के अलावा DELHI से लौटते समय 50 जमातें शहर की अलग-अलग मस्जिदों में रुकी थीं। एक जमात में करीब 15 से 20 या इससे अधिक लोग रहते हैं। इनकी संख्या निश्चित नहीं रहती। इन जमातों के सदस्यों ने पुराने भोपाल की कई घनी बस्तियों में करीब एक सप्ताह धर्म प्रचार किया था। इसके बाद ये जमातें वापस अन्य प्रदेशों में चली गईं। सरकार ये जानकारी जुटा रही है कि ये जमातें भोपाल से प्रदेश के किन-किन जिलों में गईं और अभी कहां पर हैं।

जानकारी के अनुसार DELHI से लौटी एक जमात ऐशबाग स्थित रहमानी मस्जिद में रुकी थी और यहां करीब 100 लोगों से मिली थी। इसी तरह जहांगीराबाद की तीन मस्जिदों, शाहजहांनाबाद, इतवारा, टीला जमालपुरा, ऐशबाग स्थित कई मस्जिदों में करीब पांच दिन तक रुकी थीं।

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