मध्यप्रदेश

लाखो छात्रों के लिए बड़ी खबर! MP 5th-8th Board Exam 2023 को लेकर आई Latest Update, ऐसे में दो बार देनी पड़ेगी परीक्षा, फटाफट से जानें क्या है आदेश?

Sanjay Patel
3 March 2023 1:00 PM GMT
लाखो छात्रों के लिए बड़ी खबर! MP 5th-8th Board Exam 2023 को लेकर आई Latest Update, ऐसे में दो बार देनी पड़ेगी परीक्षा, फटाफट से जानें क्या है आदेश?
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MP 5th-8th Board Exam 2023 News: पांचवीं-आठवीं कक्षा की परीक्षा में नकल रोकने के लिए इस बार पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा केन्द्राध्यक्षों को यह अधिकार दिए गए हैं।

MP 5th-8th Board Exam 2023 News: पांचवीं-आठवीं कक्षा की परीक्षा में नकल रोकने के लिए इस बार पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा केन्द्र अध्यक्षों को यह अधिकार दिए गए हैं कि यदि छात्र नकल करते पकड़ा जाता है तो उसकी उस विषय की परीक्षा निरस्त कर दी जाए और दोबारा उसकी परीक्षा का आयोजन दो माह बाद कराया जाए।

नकल करते परीक्षार्थी के पकड़े जाने के दौरान उस पर प्रकरण बनाया जाएगा। इसके साथ ही पर्यवेक्षक को अपनी टिप्पणी भी लिखनी होगी। पर्यवेक्षकों द्वारा नकल प्रकरण के दौरान छात्र की उत्तरपुस्तिका जब्त कर केन्द्र अध्यक्षों को सौंपेंगे। जिसकी जांच केन्द्राध्यक्षों द्वारा की जाएगी।

परीक्षा देने के लिए दो माह करना होगा इंतजार

राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा परीक्षा की गतिविधियों से जुड़े नियमों को सख्त कर दिया गया है। पांचवीं-आठवीं की परीक्षा में नकल रोकने कई नियमों में बदलाव किए गए हैं। नकल करते पाए जाने परीक्षार्थी का उस दिन का पेपर निरस्त कर दिया जाएगा।

जिसमें केन्द्राध्यक्षों के निर्णय को अंतिम माना जाएगा। प्रकरण दर्ज होने और पेपर निरस्त होने पर संबंधित छात्र की उत्तरपुस्तिका को मूल्यांकन केन्द्र पर जांचने के लिए नहीं भेजा जाएगा। संबंधित छात्र उक्त विषय का पेपर बाद में दे सकेंगे किंतु उन्हें दो माह का इंतजार करना पड़ेगा। इन प्रकरणों को लेकर केन्द्र के वरिष्ठ अधिकारियों की सहमति भी जरूरी है।

अन्य विषयों की दे सकेंगे परीक्षा

राज्य शिक्षा केन्द्र ने यह स्पष्ट रूप से निर्देश जारी किए गए हैं कि यदि पांचवीं-आठवीं परीक्षा के दौरान छात्र नकल करते पाया जाता है तो उस पर प्रकरण बनाया जाएगा। केन्द्राध्यक्षों को यह अधिकार प्रदान किए गए हैं।

पर्यवेक्षक यह प्रकरण तैयार कर केन्द्राध्यक्षों को सौंपेंगे। जिनकी जांच केन्द्राध्यक्षों द्वारा की जाएगी। इस दौरान छात्र की उस विषय की परीक्षा निरस्त कर दी जाएगी जिसमें वह नकल करता पाया जाएगा। जबकि वह आगे के विषयों की परीक्षा में शामिल हो सकेगा। उस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

निजी स्कूलों में यह परीक्षा के दौरान सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके लिए समूह स्तर पर समिति भी बनेगी जिसके द्वारा नजदीकी स्कूलों में परीक्षा की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। जिसकी रिपोर्ट के लिए जिला राज्य शिक्षा केन्द्र के अधिकारियों को देनी होगी। जिसके आधार पर नकल प्रकरण के संबंध में फैसला लिया जाएगा।

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