मध्यप्रदेश

एमपी में तेंदुए को कैद करने बकरी रखकर पिंजरे के सामने लगाया कैमरा

Sanjay Patel
10 Oct 2023 11:22 AM GMT
एमपी में तेंदुए को कैद करने बकरी रखकर पिंजरे के सामने लगाया कैमरा
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MP News: मध्यप्रदेश के महू स्थित आर्मी वार कॉलेज में तेंदुए का मूवमेंट रविवार की देर रात देखा गया। सीसीटीवी में कैद होने के बाद दिन भर वन विभाग और राला मंडल की रेस्क्यू टीम तेंदुए को खोजने का प्रयास करती रही, किंतु उसका कहीं पता नहीं चल सका।

मध्यप्रदेश के महू स्थित आर्मी वार कॉलेज में तेंदुए का मूवमेंट रविवार की देर रात देखा गया। सीसीटीवी में कैद होने के बाद दिन भर वन विभाग और राला मंडल की रेस्क्यू टीम तेंदुए को खोजने का प्रयास करती रही, किंतु उसका कहीं पता नहीं चल सका। कुछ स्थानों पर उसके पंजों के निशान पाए गए हैं। जिसके आधार पर सोमवार रात को परिसर में एक पिजंरा रखकर तेंदुए को कैद करने का प्रयास किया जा रहा है।

तस्वीर लेने पिंजरे के सामने लगाया कैमरा

वन विभाग के अधिकारी तेंदुए का रेस्क्यू करने में जुटे हुए हैं। आर्मी वार कॉलेज में तेंदुए का मूवमेंट मिलने के बाद परिसर में पिंजरा लगाया गया है जिसमें तेंदुए को कैद करने के लिए बकरी भी रखी गई है। इतना ही नहीं उसकी तस्वीर लेने के लिए पिंजरे के सामने ट्रैप कैमरा भी लगा दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि तेंदुए की हलचल का पता लगाने के लिए परिसर में दो और स्थानों पर कैमरे पेड़ पर भी लगाए हैं। जिनके माध्यम से नजर रखी जा रही है।

दहशत में हैं स्थानीय रहवासी

महू वन क्षेत्र के बड़िया, मांगलिया, आशापुरा में अक्टूबर महीने के पहले सप्ताह में तेंदुआ ग्रामीणों को नजर आया। 6 अक्टूबर को आशापुर में मवेशी पर हमला करते हुए भी तेंदुआ कैमरे में कैद हुआ। उसके तीन दिन बाद आर्मी वार कॉलेज में तेंदुआ देखा गया। जिससे 24 घंटे से वहां रहने वाले लोगों में काफी दहशत व्यापत है। लोगों को सावधानी बरतने की हिदायत में अधिकारियों द्वारा दी गई है। शाम 7 बजे के बाद घरों से कोई भी बाहर भी नहीं निकल रहा है। अधिकारियों का कहना है कि आर्मी वार कॉलेज और आशापुरा के जंगल में दिखे तेंदुआ एक ही है या नहीं। इस बारे में उसके पंजों के निशान और सीसीटीवी फुटेज से पता लगाया जा रहा है। रेंजर वैभव उपाध्याय ने पिंजरे की निगरानी करने के लिए भी दो वन कर्मियों की ड्यूटी लगाई है। मंगलवार सुबह भी कुछ वनकर्मियों द्वारा सर्चिंग की गई किंतु तेंदुए का सुराग नहीं लग सका है।

महू के जंगलों में हैं 22 तेंदुए

वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक महू के जंगलों में तेंदुओं की संख्या 22 है। एसडीओ कैलाश जोशी का कहना है कि साल भर पहले वन्य प्राणियों की गिनती में तेंदुए की महू में 22 और मानपुर में 15 संख्या आई है। कुछ दिनों पहले महू में आने वाले गांव के लोगों ने तेंदुए की जानकारी दी। उसमें सामने आया है कि महज 2 किलोमीटर के दायरे में दो मादा तेंदुए ने शावकों को जन्म दिया है। दोनों परिवार की संख्या आठ बताई गई है। इंदौर वनमंडल में तेंदुए की तादात लगातार बढ़ती जा रही है। 5 साल पूर्व पूरे वनमंडल में जहां इनकी संख्या 35 थी वह अब बढ़कर 65 से 70 के बीच पहुंच गई है।

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